Uttarakhand News

उत्तराखंड: लैंड जिहाद पर एक्शन, 28 मजारों को जेसीबी से ध्वस्त किया गया


देहरादून: कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ किया था कि देवभूमि की जमीन पर लैंड जिहाद को बर्दास्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ एक्शन और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे।

वन भूमि अक्सर अतिक्रमण के जद पर आती है और ऐसे में वन विभाग ने अहियान शुरू कर दिया है। कालसी भूमि संरक्षण वन प्रभाग की टीम ने रिजर्व फॉरेस्ट में बनाई गई मजारों व अवैध निर्माण को ध्वस्त किया है।

Join-WhatsApp-Group

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश मिलने के बाद से रिजर्व फॉरेस्ट से अभी तक 28 अवैध मजारों को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया है। वन विभाग की सख्ती से अवैध कब्जा करने वाले परेशान हैं। चौहड़पुर, तिमली व लांघा रेंज में वन टीमें लगातार अवैध निर्माण चिन्हित कर रही है और ताबड़तोड़ एक्शन जारी है।

कालसी भूमि संरक्षण वन प्रभाग के डीएफओ अमरेश कुमार ने बताया कि वन टीमों ने रिजर्व फॉरेस्ट में अवैध रूप से बनी मजारें व अन्य अतिक्रमण चिन्हित किया जा रहा है। चोहड़पुर रेंज में सहसपुर, होरोवाला, रुद्रपुर, अंबाड़ी बीट से 14 मजारें ध्वस्त की गई है। जबकि तिमली रेंज से माजरी, धर्मावाला, शाहपुर कल्याणपुर, धोला बीट से 12 मजारों को हटाया गया। तिमली रेंज, चौहड़पुर रेज अंतर्गत अभी तक जेसीबी की मदद से कुल 26 अवैध मजारों को ध्वस्त किया है। लांघा रेंज में भी दो मजारें हटाई गई हैं। भविष्य में रिजर्व फॉरेस्ट में किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण न हो, इस संबंध में सभी रेंज और बीट अधिकारियों को कड़े दिशा निर्देश दिए गए हैं। जैसे जैसे अतिक्रमण मिलेंगे, ध्वस्त किया जाएगा।

बता दें कि इससे पहले चकराता वन प्रभाग की रीवर रेंज ने कालसी आम बाग में मजार और पक्के निर्माण को तोड़ा गया था। जिसके बाद से वन टीमें सक्रिय हैं। वहीं वन क्षेत्राधिकारी तिमली व चौहड़पुर रेंज मुकेश कुमार का कहना है कि आरक्षित वन क्षेत्र में अवैध निर्माण व अतिक्रमण को हटया जाएगा।

To Top