
देहरादून: त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या के बाद उसके परिवार को आर्थिक सहायता मिलना उनके लिए थोड़ी राहत लेकर आया है। उत्तराखंड सरकार ने एंजेल के पिता तरुण प्रसाद चकमा को पहली किश्त के रूप में 4 लाख 12 हजार 500 रुपये की सहायता राशि दी है। यह मदद उस परिवार के लिए बेहद अहम है, जिसने अपने बेटे को असमय और दर्दनाक तरीके से खो दिया।
एंजेल चकमा पढ़ाई के लिए उत्तराखंड आया था और बेहतर भविष्य के सपने देख रहा था। लेकिन एक हिंसक घटना ने न सिर्फ उसकी जिंदगी छीन ली, बल्कि पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर आर्थिक सहायता देने की प्रक्रिया पूरी की गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद एंजेल के पिता से फोन पर बात की और बेटे की हत्या पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि वे इस घटना से व्यक्तिगत रूप से आहत हैं और परिवार के दर्द को समझते हैं। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी।
इस मामले में पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक अन्य आरोपी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है और उस पर इनाम भी घोषित किया गया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को कानून के सामने लाया जाएगा।
एंजेल के परिवार को उम्मीद है कि उन्हें न्याय मिलेगा और उनके बेटे के दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी। आर्थिक सहायता से भले ही बेटे की कमी पूरी न हो सके, लेकिन यह संदेश जरूर गया है कि सरकार और समाज इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़े हैं। यह मामला एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि छात्रों की सुरक्षा को लेकर और अधिक गंभीर कदम उठाने की जरूरत है।






