हल्द्वानी: नशे को शहर से दूर रखने के लिए पुलिस दोबारा सक्रिया हो गई है। पुलिस ने युवाओं के एकत्र होने वाली जगहों को अपने निशाने पर लिया है। शनिवार को मुखानी के पास कैफे के नाम पर हुक्का बार चलने की शिकायत पर प्रशासन ने छापेमारी की। पुलिस और खाद्द विभाग की टीम को 13 हुक्के, 11 पाइप, 13 धुआं फैलाने वाले पदार्थ बरामद हुए। पूछताछ के दौरान बार मालिक कैफै का पंजीकरण तो दिखाया लेकिन वो हुक्का पिलाने का लाइसेंस दिखा नहीं सका,इसके बाद पुलिस ने उसे सीज़ कर दिया।
पिछले साल हुई नकारात्मक घटनाओं के बाद पुलिस ने इस तरह की ठिकानों में छापेमारी की है जिसके बाद अवैध रूप से हुक्का चलाने वालों में खलबली मची हुई है। खबर के अनुसार सिटी मजिस्ट्रेट पंकज उपाध्याय कई दिनों से अवैध रूप से हुक्का बार चलाने की शिकायत मिल रही थी। पुलिस जांच में सामने आया है कि कैफे का लाइसेंस काशीपुर के दानिश के नाम पर है।
पुलिस का कहना है कि आसिफ के पास खाना खिलाने का लाइसेंस था लेकिन हुक्का कैफे का लाइसेंस नहीं मिला। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि हुक्का कैफे के मालिक को बार का लाइसेंस दिखाने के लिए 7 दिन की मोहलत दी गई है। निरीक्षण में मौैजूद पदार्थों की जांच कराई जाएगी। बड़ा सवाल ये है कि अगर हल्द्वानी में हुक्का बार से जुड़ा लाइसेंस किसी के पास नहीं है तो धड़ल्ले से संचालन कैसे हो रहा था। बाहर से कैफे का बोर्ड टांग अंदर नशे का कारोबार चलने की भनक पुलिस-प्रशासन को पहले कैसे नहीं लगी। रईसजादों के ठिकानेशहर में हुक्का बार का चलन तेजी से बढ़ा है। स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले युवकों के अलावा युवतियां तक यहां पहुंचती है। शहर के नामी परिवारों के बच्चे दिन भर इन बारों में पड़े रहते हैं। पिछले साल अक्टूबर में पुलिस ने अपनी छापे मारी में अवैध रूप से चल रहे दो हुक्का बार को सीज किया था।