हल्द्वानी: शहर में विकास होने की बात तेजी से आगे बढ़ रही है। फ्लाइओवर और रिंग रोड़ के सपने दिखाई दिए जा रहे है लेकिन असली तस्वीर कुछ और ही है। हल्द्वानी के किसी भी मुख्य मार्ग की ओर चले जाइएं सड़के गड्डे युक्त है। प्रशासन/विभाग बारिश से पहले काम करता है और प्रतिनिधियों को जनता की याद चुनाव से पहले आती है। गड्डों ने जानलेवा रूप ले लिया है जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। वहीं सोशल मीडिया पर भी इस मामले को उठाया जा रहा है लेकिन अभी भी विभाग की नींद खुली नहीं है। लोगों की मानें तो कोई बड़े हादसे का इंतजार किया जा रहा है।
हल्द्वानी बरेली पर पहुंचा हल्द्वानी लाइव डॉट कॉम का कैमरा
हल्द्वानी के सबसे ज्यादा व्यस्त रहने वाला नेशनल हाइवे ( बरेली रोड़) का हाल काफी बुरा है। पुरानी आईटीआई से लेकर मंडी तक सड़क पर केवल धूल और गड्डे नजर आ रहे हैं। इस कारण वाहन चला रहे लोगों के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसा नहीं है कि विभाग ने रोड़ नहीं बनाई. बनाई थी ना, बारिश के वक्त जो लोगों को कुछ ही दिनों के दर्शन के बाद गायब हो गई। टूटी सड़कों के कारण रोजाना लोग गिर रहे है। स्थानीय लोगों की मानें तो नेता, विभाग के अफिसर और हमारे प्रतिनिधि इसी रोड से जाते हैं लेकिन शायद उन्हें अपनी महंगी गाड़ियों में गड्डों के झटके महसूस नहीं होते हैं। मुख्य सड़क पर दुकान चला रहे व्यापारियों की मानें तो गड्डों के कारण धूल परेशानी का कारण बनी हुई है। वहीं लोगों ने सड़क के इस हाल का जिम्मेदार प्रतिनिधियों को भी ठहराया है।
बता दें कि तीनपानी से लेकर मंडी सड़क एनएचएई रुद्रपुर (National Highways Authority of India ) के अंतर्गत आती है। बरसात के वक्त सड़क मरमत कार्य किया गया था लेकिन वो बारिश के सामने टिक नहीं पाया और उसके बाद विभाग की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया गया। (मंडी से काठगोदाम) नैनीताल रोड (NH-87) हल्द्वानी पीडब्ल्यूडी ने रख रखाव के लिए अपने पास रखा हुआ है। साल 2015 में पीडब्ल्यूडी ने एनएचएई से एनओसी लेकर निर्माण कराया था।