नई दिल्ली : उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव 2018 भाजपा ओर कांग्रेस दोनों के लिए ही मुश्किल होने जा रहा है | प्रदेश में तीसरा मोर्चा बंनाने की तैयारी हो चुकी है ,जिससे इन राष्ट्रीय पार्टियों के समीकरण बिगड़ सकते हैं |प्रदेश में बदलते राजनितिक समीकरणों के बीच गैर भाजपा व गैर कांग्रेसी दलों को एक मंच पर लाने की कोशिश की जा रही है | छह राजनीतिक दलों ने एक साथ आकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है जिससे वोटों का विभाजन रुक सके |
फैसला लिया गया की सामान विचारधारा वाले दलों को इस में शामिल किया जाए |जिससे एक सशक्त तीसरे मोर्चे का गठन किया जा सके | सपा प्रदेश कार्यालय में इस बैठक का आयोजन किया गया | इस बैठक में जनता दल (एस)के प्रदेश अध्यक्ष हरजिंदर सिंह,राष्ट्रीय जान सहाय दल के प्रदेश प्रभारी रूप चंद्र मंदरवाल ,जनता दल (यू) के अध्यक्ष प्रमोद शर्मा,सीपीआई(एम) के जिला सचिव लेखराज शर्मा ,नगर सचिव संभु प्रसाद और आरजेडी (एस )के सुरेंद्र सिंह शाह मौजूद रहे |
इस बैठक में यह भी फैसला लिया गया की उत्तराखंड में निकाय चुनाव बैलट पेपर से करने की मांग चुनाव आयोग से की जाए ,क्यूंकि ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठ रहे हैं |