हल्द्वानी: प्रदेश के चमोली जिले में आपदा के आने से चारों ओर तबाही के मंजर नज़र आ रहे हैं। आस पास के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर समेत उतत्र प्रदेश के भी कई एक जिलों को खतरा पहुंचने की उम्मीद जताई गई है। बहरहाल उत्तराखंड के डीजीपी ने यह ज़रूर कहा है कि अब बाढ़ का खतरा कुछ हद तक टल गया है मगर बताय़ा जा रहा है कि सैंकड़ों की संख्या में लोग इधर उधर फंसे हुए हैं। सीएम रावत भी घटनास्थल के लिए निकल पड़े हैं।
बता दें कि आपता के चलते ऋषिगंगा प्रोजेक्ट के तबाह होने से कई लोगों की जान जा चुकी हैं। आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरजी टीमें मौके पर जुटी हैं। जानकारी के अनुसार एक सुरंग में 15-20 लोगों के फंसे होने की आशंका है। तपोवन में ग्लेशियर टूटने से इसका सीधा असर ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट पर पड़ा।
पुलिस व आईटीबीपी की टीमें राहत बचाव कार्यों में जुट गई हैं। कुछ देर पहले तीन लाशें मिलने की खबर के बाद अब इस गिनती में इजाफा हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक 10 लाशें बरामद की गई हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने सभी से धैर्य बनाए रखने की अपील की। साथ ही कहा कि आपकी हरसंभव मदद की जाएगी।
डीजी ITBP सुरजीत सिंह देसवाल ने बताया कि ऋषिकेश से 13-14 किलोमीटर की दूरी पर तपोवन डैम है, जहां पर पानी इकट्ठा हुआ है। तपोवन डैम के सुरंग में काम चल रहा था जिसमें 20-25 लोग फंसे हुए हैं। ITBP की टीम वहां बचाव कार्य कर फंसे हुए लोगों को बचाने का काम कर रही है।