हल्द्वानी: पिछले साल की ही तरह मार्च आते आते कोरोना वायरस का प्रकोप फिर से बढ़ता दिख रहा है। इसे पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर कहा जा रहा। उत्तराखंड सरकार भी खासा सचेत हो गई है। सरकार के सक्रिय होने की हद आपको इस बात से पता लग सकती है कि एक बार फिर प्रदेश की सीमा पर कोरोना टेस्टिंग अनिवार्य कर दी गई है।
जी हां, देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों से चिंता में आई सरकार ने फैसला लिया है। महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से उत्तराखंड पहुंचने वाले लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। राज्य के सभी रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डों पर इंतजाम करने के आदेश भी दे दिए गए हैं। सरकार ने कहा कि इस नियम का पालन ज़रूर करना होगा।
आपको बता दें कि बीते कुछ दिन कोरोना के लिहाज से खासे अच्छे नहीं रहे हैं। हालांकि हरेक जगहों पर कोरोना की वैक्सीन के प्रोग्राम भी चल रहे हैं। मगर फिर भी दोबारा कोरोना महामारी बढ़ती दिख रही है। पिछले 24 घंटों की बात करें तो, 13 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में रिकवरी कम हुई है और कोरोना के पॉजिटिव केस ज्यादा आए हैं। बताया जा रहा है कि यह कोरोना की दूसरी लहर है।
चार राज्य महाराष्ट्र, पंजाब, जम्मू कश्मीर और चंडीगढ़ में केस बढ़ने से चिंता बढ़ गई है। महाराष्ट्र में पिछले 10 दिन, पंजाब में 12, चंडीगढ़ में 10 और जम्मू कश्मीर में 7 दिन काफी चिंताजनक रहे हैं। इन जगहों पर लगातार एक्टिव केस बढ़ने में लगे हुए हैं। ऐसे में कोरोना को हल्के में ना लेते हुए उत्तराखंड सरकार ने भी कोरोना टेस्ट को अन्य पांच राज्यों के लिए अनिवार्य कर दिया है।