देहरादून: इस वक्त उत्तराखंड में एक बड़ी घटना हो गई है। चमोली जिले के रैनी में ग्लेशियर फटने धौली नदी में बाढ़ आ गई है। कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इन वीडियो में ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा है कि खरीब 300 से ज्यादा इस बाढ में बह गए हैं। फिलहाल सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है।। इसके नदी किनारे लोगों से ना जाने की अपील की जा रही है। चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है।
कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग मकान खाली करने में जुटे है। रैनी में ग्लेशियर के फटने से चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है। ग्लेशियर फटने के बाद बांध क्षतिग्रस्त और नदियों में बाढ़ आ गई है। बाढ़ के बाद अब धौली नदी का जल स्तर पूरी तक रूका हुआ है।
स्टेट कंट्रोल रूम के अनुसार, गढ़वाल की नदियों में पानी ज्यादा बढ़ा हुआ है। करंट लगने से कई लोग लापता बताए जा रहे है। तपोवन बैराज पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। श्रीनगर में प्रशासन ने नदी किनारे बस्तियों में रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों में जाने की अपील की है। वहीं, नदी में काम कर रहे मजदूरों को भी हटाया जा रहा है।
अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
अपर जिलाधिकारी टिहरी शिव चरण द्विवेदी ने कहा है कि जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही हरिद्वार जिला प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। सभी थानों और नदी किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की जिम्मेदारी दे दी है। रविवार होने के वजह से सैकड़ों की संख्या में सैलानी उत्तराखंड पहुंचते हैं और इसे लेकर प्रशासन काफी गंभीर है। इसे देखते हुए ऋषिकेश में भी अलर्ट जारी किया गया है।
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नदी से बोट संचालन और राफ्टिंग संचालकों को तुरंत हटने को कहा गया है। श्रीनगर जल विद्युत परियोजना को झील का पानी कम करने के निर्देश जारी किए गए हैं। ताकि अलकनंदा का जल स्तर बढ़ने पर अतिरिक्त पानी छोड़ने में दिक्कत न हो।
चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि काफी नुकसान की सूचना आ रही है लेकिन लेकिन अभी स्थिति स्पष्ट नहीं। टीम मौके पर जा रही है, उसके बाद ही नुकसान की स्थिति स्पष्ट होगी। घटना की सूचना मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को मिल गई है। वह लगातार घटना पर अपनी नजर बनाएं हुए हैं। उन्होंने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है। राज्य के लोगों से अपील है कि पुराने वीडियो के जरिए भ्रम का माहौल ना फैलाएं।
तपोवन में रेस्क्यू कार्य जारी।
— chamoli police (@chamolipolice) February 7, 2021
पुलिस प्रसाशन मोके पर। pic.twitter.com/OuQT3wEVz5