हल्द्वानी: प्रदेश के एक और बेटे ने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दे दी है। कुमाऊं रेजीमेंट में ड्यूटी कर रहे बलवंत सिंह सिाचिन ग्लेशियर में शहीद हो गए हैं। साढ़े तीन साल के बेटे से पिता का साया उठ गया है। परिवारजनों में कोहराम मचा हुआ है।
नागदा निवासी बलवंत सिंह की तैनाती 15 कुमाऊं रेजीमेंट में थी। वे सियाचिन ग्लेशियर में ड्यूटी कर रहे थे। बता दें कि सियाचिन को काफी दुर्गम और खतरनाक पोस्ट माना जाता है। खबर है कि अचानक बर्फ धंसने से बलवंत शहीद हो गए। बलवंत सिंह के परिवार में मां-पिता, पत्नी और साढ़े तीन साल का बेटा है।
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बलवंत सिंह साल 2004 में सेना में शामिल हुए थे। सेना में रहते हुए बलवंत सिंह ढाई साल तक शांति सेना में दक्षिण अफ्रीका में अपनी सेवाएं दे चुके थे। जानकारी के अनुसार वह पिछले मंहीने 13 फरवरी को ही छुट्टी खत्म कर ड्यूटी पर लौटे थे। गौर करने वाली बात यह है कि 31 दिसंबर को बलवंत का कार्यकाल भी पूरा हो गया था, लेकिन सेना ने उन्हें एक्सटेंशन पर प्रमोट किया था। इसके बाद उनकी ड्यूटी सियाचिन पर लगाई गई थी।
बुधवार की देर रात सूचना मिली थी कि बर्फ धंसने से बलवंत सिंह गंभीर रुप से घायल हो गए हैं। गुरुवार को सेना के हवाले से पता चला कि बलवंत सिंह शहीद हो गए हैं। जिसके बाद शहीद को सियाचिन की चौकी से नीचे लाया गया। जानकारी के मुताबिक शनिवार तक शहीद का पार्थिव शरीर नागदा पहुंचेगा।
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