हल्द्वानी: सरकार अक्सर घोषणाएं तो बड़ी बड़ी कर देती है,पर उन घोषणाओं का हाल “ खोदा पहाड़ और निकली चुहिया” जैसी लोकोक्ति समान होता है। ऐसी ही एक घोषणा सरकार द्वारा डेढ़ साल पहले की थी। जिसमें सड़क हादसे के घायलों को मुआवजे के रूप में 50-50 हजार रुपये देने की गयी थी। लेकिन अब जबकि देर सवेर पीड़ितों के हाथ मुआवजे का चेक पहुँचा भी तो सिर्फ पाँच हजार रुपये का । इस लापरवाही पर सड़क हादसे में बेहद गंभीर रूप से घायल एक पीड़ित ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री की हेल्पलाइन में दर्ज कराकर शेष राशि दिलाने की मांग की है।
मैक्स जीप यूके 05टीए-1956 सात जून 2017 की हल्द्वानी से पिथौरागड़ की ओर जा रही थी कि रास्ते में अनियंत्रित हो डेढ़ सौ फुट गहरी खाई में जा गिरी थी।इस हादसे में पिथौरागढ़ जिले के ओलिया गाँव निवासी रणजीत सिंह पुत्र दान सिंह समेत कई यात्री गंभीर रूप से घायल हुए थे। जिन्हें क्षेत्र के सरकारी अस्पताल में भर्ती करीया गया था। तब हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हादसे में मारे गये लोगों को एक लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रूपये मुआवजा देने की घोषणा की थी।
कुछ दिन पहले ही ओलिया गाँव निवासी रणजीत सिंह के पास मुआवजे का चेक पहुँचा लेकिन यह चेक पचास हजार का ना होकर केवल पाँच हजार का ही था। उन्होंने बताया कि 50,000 की बजाए 5000 का चेक पहुँचने की शिकायत उन्होनें मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में कर दी है। और हेलपलाइन में शिकायत दर्ज होने के बाद संबधित अधिकरी ने शिकायत को निस्तारण के लिए संबंधित जिले के समाज कल्याण विभाग के एडीओ को भेज दिया गया है।