देहरादून: हरिद्वार जिले के भगवानपुर के बालुपुर गांव से बड़ी खबर सामने आ रही है। गांव में जहरीली शराब पीने से 19 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 55 अन्य बीमार हैं। इनमें 10 की हालत गंभीर बताई जा रही है। इन्हें रुड़की, हरिद्वार व देहरादून के सरकारी व निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जहरीली शराब के कहर के बाद से आसपास के गांवों में भी दशहत है। बताया जा रहा है कि यह सभी लोग एक व्यक्ति के घर में तेहरवीं पर खाना खाने पहुंचे थे और इसी दौरान इन्होंने शराब पी। इस घटना ने पूरे राज्य में सनसनी मचा दी है। घटना की पुष्टि हरिद्वार डीएम दीपक रावत ने की है।
। खबर के अनुसार बालुपुर गांव में किसी व्यक्ति के घर तेहरवीं थी। उसमें भोजन के साथ लोगों को शराब भी पी ली। शराब के कारण उस व्यक्ति की भी मौत हो गई जिसके वहां तेहरवीं के भोज का आयोजन था। खाना खाने के बाद लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। एक रोज पहले शराब पीने वाले कुछ लोग अफरा-तफरी में अस्पताल चेकअप के लिए भी पहुंचे। इस बीच, ड्यूटी में प्रथमदृष्टया लापरवाही के आरोप में 17 कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इनमें एक थानेदार, एक चौकी प्रभारी, दो बीट सिपाही, दो क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक, एक उप निरीक्षक और 10 आबकारी सिपाही शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि सभी ने घर में बनाई गई कच्ची शराब का सेवन किया। वही फूड प्वाइजनिंग के बिंदू पर जांच की जा रही है। एसएसपी हरिद्वार जन्मेजय खंडूरी और एसपी देहात नवनीत सिंह मौके पर पहुंच गए हैं। डीएम ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने भी अपने स्तर पर एसपी देहात की अगुआई में एसआइटी गठित की है। इतनी मौतों के बाद हरकत में आई पुलिस और प्रशासनिक टीम ने कच्ची शराब बनाने वालों की धरपकड़ को छापेमारी भी की। इधर, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घटना पर शोक व्यक्त किया।
मरने वालों की उम्र 40 से 55 साल के बीच बताई जा रही है। बताया गया कि जिन लोगों की मौत हुई है उन्होंने शराब बाल्लूपुर और बिंडू गांव से खरीदी थी।