देहरादून: त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया। अभी खत्म हुई प्रेस वार्ता में रावत ने भाजपा और प्रदेश वासियों को धन्यवाद करते हुए अपने इस्तीफे की बात को जनता के सामने रखा। लिहाजा उन्होंने किसी का भी नाम आगे करने की बात को सहेजता से लिया और कहा कि भाजपा हाईकमान फैसला लेगा।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वह सौभाग्यशाली हैं जो उन्हें भाजपा ने देवभूमि की सेवा करने का मौका दिया। उन्होंने कहा कि मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि एक छोटे से गांव के लड़के को कभी इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी भी मिल सकती है।
प्रेस वार्ता के दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत के बगल में उनका साथ देने के लिए प्रदेश अध्यक्ष बैठे हुए थे। प्रेस से बातचीत के दौरान सीएम रावत हल्के से भावुक भी दिखे। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा ने उनपर भरोसा नहीं जताया होता तो पैतृक संपत्ति पर महिलाओं को हक दिलाने का फैसला वह नहीं ले पाते।
रावत ने कहा कि पिछले चार सालों में हमने महिलाओं, बच्चों की शिक्षा, किसानों के लिए बनी योजनाओं को जमीन पर लाने का काम किया। सीएम रावत ने चुटकी लेते हुए कहा कि कुछ दिन शेष रह गए थे, वरना चार साल पूरे हो जाते।
हालांकि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस्तीफा देने के फैसले को सामुहिक बताया। उन्होंने कहा कि हाईकमान से बातचीत के बाद यह निष्कर्ष निकला है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कल विधायक दल की बैठक होगी। जिसमें नया चेहरा सामने आएगा। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भावी सीएम को अपनी तरफ से शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि अब यह ज़िम्मेदारी कोई और निभाएगा। मुझे उम्मीद है कि जो भी सीएम बनेगा वह पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्यों का पालन करेगा।