
Pithoragarh|Uttarakhand News: Healthcare Crisis Hits as Pediatrician and Specialists on Leave: जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था फिलहाल ठप होने के कगार पर है। जिला अस्पताल में बच्चों के डॉक्टर अवकाश पर चले गए हैं और अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों को शिविर में भेज दिया गया है, जिससे मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है।
जिला अस्पताल में ओपीडी में मरीजों की भीड़ 800 से अधिक है। बाल रोग विशेषज्ञ की अनुपस्थिति के कारण बच्चों का इलाज ठप हो गया है। इसके अलावा चर्म रोग, हड्डी रोग, ईएनटी और फिजिशियन डॉक्टर भी शिविर में जाने के कारण अस्पताल के कक्षों के दरवाजे बंद हैं। परिणामस्वरूप मरीज इलाज के लिए निजी अस्पतालों की ओर मजबूर हो रहे हैं…जिससे आर्थिक रूप से कमजोर लोग खासा प्रभावित हैं।
जिला अस्पताल की पीएमएस डॉ. भागीरथी गर्ब्याल के अनुसार बाल रोग विशेषज्ञ और अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक शिविर से लौटते ही स्वास्थ्य व्यवस्था सामान्य हो जाएगी। हालांकि लंबे समय से बाल रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति नहीं होने के कारण बच्चों के इलाज में लगातार समस्या बनी हुई है।
महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष डीडीहाट नंदा बिष्ट ने कहा कि धारचूला उपजिला अस्पताल में वर्षों से बाल रोग विशेषज्ञ नहीं हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को 90 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय दौड़ना पड़ता है। उन्होंने इसे सरकार की बड़ी नाकामी करार दिया।
पिथौरागढ़ जिले में बाल रोग विशेषज्ञ के आठ पद स्वीकृत हैं, जिनमें से छह रिक्त हैं। विशेषज्ञों की कमी और अवकाश के चलते स्वास्थ्य व्यवस्था फिलहाल पटरी से उतर गई है….और मरीजों को निजी खर्च झेलना पड़ रहा है।






