देहरादून: डीजीपी बनने के बाद अशोक कुमार ने पुलिसकर्मियों को राहत देने की जो बात कही थी उसे सच करके दिखाया है। उत्तराखंड में अब पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश मिलेगा। इसी व्यवस्था शुरू होने जा रही है। इस सुविधा को एक जनवरी से लागू किया जाएगा। फिलहाल यह सुविधा 9 पहाड़ी जिलों में तैनात कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल को मिलेगी। हालांकि, आपातकाल में उन्हें ड्यूटी पर बुलाया जा सकता है। पहाड़ी जनपदों में टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, चमोली, चंपावत, बागेश्वर, अल्मोड़ा आदि शामिल हैं।
बता दें कि आईपीएस डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस मुख्या का पद संभालने के बाद ही पुलिसकर्मियों के साप्ताहिक अवकाश को अपनी प्राथमिकता में जगह दी थी। इस बारे में उन्होंने कहा कि राज्य के नौ जनपदों में कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल के लिए साप्ताहिक अवकाश एक जनवरी से की जा रही है। इसे लागू करने के लिए उनका रोस्टर तैयार किया जाएगा। क्योंकि थाने चौकी सप्ताह के सातों दिन खुलते हैं। उन्होंने बताया कि ये थानाध्यक्ष की जिम्मेदारी होगी कि किसे छुट्टी दी जाए।
तैनात सभी पुलिसकर्मियों के छुट्टी के दिन निर्धारित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मैदानी जिले देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर को इससे बाहर रखा गया है। यदि इन जनपदों में यह व्यवस्था कामयाब होती है तो यहां भी व्यवस्था को लागू किया जाएगा। पिछले दिनों डीजीपी ने नैनीताल दौरे पर थे। उन्होंने सम्मेलन के दौरान साप्ताहिक अवकाश की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि साप्ताहिक अवकाश से सिपाहियों को मानसिक राहत मिलेगी और उनके काम को भी गुणवत्तापूर्ण बनाया जा सकता है।