हल्द्वानी: कोरोना वायरस के मामलों के बढ़ने के बाद राज्य को आर्थिक चोट पहुंची है। लोगों को घरों पर ही रहने की हिदायत दी जा रही है। वहीं दूसरे राज्यों से आने वालों के लिए नियम सख्त कर दिए हैं। इस वजह से राज्य में कम लोगों का आवागमन हो रहा है। कोरोना वायरस के प्रकोप ने एक बार फिर उत्तराखंड परिवहन निगम को चोट पहुंचाई है। कोरोना वायरस के मामलों के बढ़ने के बाद राज्य सरकार ने बसों में 50 प्रतिशत यात्रियों को ही यात्रा की अनुमति दी थी। इसके बाद धीरे-धीरे रोजवेज ने अपने यात्रियों को खो दिया। अब उत्तराखंड रोडवेज ने दूसरों राज्यों के लिए बसों के संचालन को बंद कर दिया है। इससे रोडवेज की इनकम में भारी गिरावट आई है।
कोरोना वायरस के चलते गढ़वाल से बसें कुमाऊं और कुमाऊं से गढ़वाल मंडल के बीच भी बसों का संचालन ठप हो गया है। अब दोनों मंडलों के भीतर जो बसे जरूर चल रही हैं लेकिन उसे यात्रियों के लिए जूझना पड़ रहा है। यूपी में लॉकडाउन चल रहा है। वहां सार्वजनिक परिवहन बंद हैं। तीन दिन पहले यूपी ने दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, लखनऊ, बरेली, आगरा, कानपुर समेत विभिन्न शहरों तक जाने वाली उत्तराखंड की रोडवेज की बसों को वापस भेज दिया गया था।
इसके बाद उत्तराखंड रोडवेज प्रबंधन ने यूपी की बसों को भी रोका। चंडीगढ़ और हिमाचल ने भी अंतरराज्यीय परिवहन रोक दिया है। ऐसे में यहां उत्तराखंड रोडवेज की बसों का संचालन ठप हो गया है। गढ़वाल और कुमाऊं के बीच यूपी का कुछ क्षेत्र आता है, इस वजह से इस रूट पर भी बस नहीं चल पा रही है। रोडवेज के महाप्रबंधक दीपक जैन का कहना है कि अंतरराज्जीय संचालन ठप हो चुका है। गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के बीच सीमित संख्या में बसें चल रही हैं। गढ़वाल से कुमाऊं और कुमाऊं से गढ़वाल भी बसें नहीं आ-जा पा रही हैं।