देहरादून: माता वैष्णों देवी मंदिर (Maa vaishno devi temple) के लिए रवाना होने वाली उत्तराखंड रोडवेज की बस को लेकर बड़ा बवाल हो गया। चालक के अचानक गायब हो जाने से यात्रियों को दो घंटा इंतजार करना पड़ा। इसी दौरान कुछ शराबी कर्मचारी यात्रियों से कहासुनी पर उतारू हो गए। हालांकि बाद में पता चला कि चालक के पिता की तबीयत खराब होने के कारण वह अचानक चला गया था।
दरअसल देहरादून से माता वैष्णों देवी कटरा वाल्वो बस सेवा (Volvo bus service) प्रतिदिन शाम छह बजे संचालित होती है। यह बस आइएसबीटी (ISBT) से संचालित होती है। गुरुवार की बात है जब कुल 36 सवारी बस में आकर बैठ गईं। इनमें से 14 यात्रियों ने ऑनलाइन टिकट (online ticket) बुक की थी। बस को चलने में समय से अधिक देरी हुई तो यात्रियों ने पड़ताल की।
पूछताछ में पता चला कि बस का चालक अचानक गायब हो जाने से बस लेट हो रही है। इस बात को लेकर यात्री टिकट काउंटर (ticket counter) पर जवाब मांगने के लिए पहुंच गए। आरोप है कि वहां बैठे कर्मचारी ने शराब पी हुई थी। देखते ही देखते कहासुनी के बाद यात्रियों की उससे झड़प हो गई। हंगामा बढ़ा तो तीन-चार शराब के नशे में धुत कर्मचारी भी वहां आ पहुंचे।
आरोप है कि कर्मचारियों की यात्रियों बहस के बाद वह आपस में एक दूसरे से ही उलझ गए। यात्रियों को यहां से वहां जवाब के लिए घूमना पड़ा। इसके बाद परिचालक ने इसकी सूचना ग्रामीण डिपो एजीएम केपी सिंह (AGM KP Singh) को दी। बाद में पता चला कि चालक के पिता को हृदयघात आ गया। इसलिए वह बिना बताए घर चला गया। दो घंटे बाद दूसरे चालक के साथ बस रवाना हुई। एजीएम ने हंगामे व शराबी कर्मचारियों के संबंध में जानकारी जुटाने की बात कही है।