देहरादून: राज्य सरकार ने देश रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीरों के परिवार के लिए एक फैसला किया है। उत्तराखंड में वीरता चक्र विजेता सैनिकों और वीर नारियों को रोडवेज की बसों में यात्रा करने का शुल्क देने की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने फैसला किया है उन्हें मुफ्त सुविधा दी जाएगी। शनिवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। बता दें कि कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव पर मोहर लगी थी।
आदेश के अनुसार वीरता चक्र प्राप्त सैनिकों के साथ वीरता चक्र प्राप्त सैनिक की वीरांगना के लिए रोडवेज बस में यात्रा निशुल्क रहेगी। मुफ्त यात्रा में जो खर्चा आएगा उसका बोझ सैनिक कल्याण विभाग उठाएगा। माना जा रहा है कि सालान खरीब 10 लाख रुपए का खर्चा इस निशुल्क योजना के शुरू होने के बाद विभाग को उठाना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने पिछले वर्ष विजय दिवस के उत्तराखंड के वीर सैनिकों के लिए ये घोषणा की थी। उत्तराखंड की 1130 वीर नारियां और वीरता पुरस्कार पाने वाले 1727 सैनिक एवं पूर्व सैनिक उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में 12 मार्च से यात्रा कर सकेंगे। सचिव सैनिक कल्याण दीपेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि जो खर्च आएगा नियमानुसार उसका भुगतान एवं प्रतिपूर्ति सैनिक कल्याण विभाग की ओर से परिवहन निगम को किया जाएगा।