देहरादून: पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच उत्तराखंड परिवहन निगम मैदानी रूटों पर सीएनजी बस चलाने की कवायद कर रहा है। उत्तराखंड रोडवेज ने मैदानी क्षेत्रों में 117 रूट चिन्हित भी कर लिए हैं। जिसमें 200 से भी ज्यादा सीएनजी बसों को चलाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं ।
बता दें कि रोडवेज ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर 237 सीएनजी बसों के लिए टेंडर जारी किए हैं। जिसके अनुसार गढ़वाल मंडल को 196 और कुमाऊं मंडल को 41 बसें दिए जाने का प्रस्ताव है। इसमें 20 सीएनजी बसें हरिद्वार से हल्द्वानी और 19 बसें देहरादून से दिल्ली के बीच चलाने का प्लान बनाया गया है।
टेंडर जारी होने के बाद बस अनुबंध करने का समय सिर्फ 18 अप्रैल तक का दिया गया है। गौरतलब है कि 4 अप्रैल को देहरादून में इसके लिए एक बैठक भी होनी है। आपको बता दें कि बसों की क्षमता 32, 42 और 52 सीटों की ही तय की गई है। ध्यान रखने वाली बात यह भी है कि परिवहन निगम इन बसों को 6 साल के अनुबंध पर लेगा।
इसके अलावा कई सारी शर्तें भी टेंडर में बताई गई हैं। बता दें कि हल्द्वानी-काठगोदाम से दिल्ली के लिए पांच सीएनजी बसें चलाए जाने का प्लान है। जबकि देहरादून से हल्द्वानी के लिए 6, रुड़की से हल्द्वानी के लिए 3 बसें चलाने की तैयारी की जा रही है। माना जा रहा है कि सीएनजी बसों में किराया भी डीजल वाली बसों के मुकाबले कम होगा। जिससे यात्रियों को भी राहत मिलेगी।