हल्द्वानी: विधानसभा में नई सरकार का गठन कुछ वक्त पहले ही हुआ है। पहले दिन से भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे पर वार कर रहे हैं। कांग्रेस इस बार विपक्ष में बैठकर भ्रष्टाचार व रोजगार के मुद्दे को उठा रही है। कांग्रेस के हमलों का जवाब भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत ने दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा, पूर्व मुख्यमन्त्री हरीश रावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल जिस प्रकार से विगत दिन धरने पर बैठे और स्वास्थ्य मन्त्री डॉ धन सिंह रावत पर मनघड़न्त आरोप लगाये है वह विधानसभा चुनाव में मिली हार की पीड़ा को दर्शाता है। कांग्रेस के नेताओं को हार स्वीकार नहीं हो रही है और वह बिना जानकारी के भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्व में ही सहकारिता मन्त्री डॉ धन सिंह रावत ने स्वयं मामले को संज्ञान में लेकर भर्ती घोटाले की जॉच बैठा दी थी। सहकारिता मन्त्री ने एक बयान जारी कर कहा कि अगर विभागीय जाँच सही तरीके से नहीं होगी तो हमारी सरकार इसकी SIT की जॉच करेगी। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि जब प्रदेश में आचार संहिता लगी हुई थी तो कुछ अधिकारियों ने भर्ती प्रक्रिया करवाई थी। जैसे ही सहकारिता मन्त्री को भर्ती घोटाले की शिकायत मिली तो उन्होने सहकारिता सचिव को निर्देशित करते हुए जाँच के आदेश दिए। इसके बावजूद भी आनन-फानन में जिस प्रकार कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व धरने पर बैठा उससे जाहिर होता है कि डॉ धन सिंह रावत से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल अपनी हार को नहीं पचा पा रहे है। जबकि कांग्रेस सरकार में हमेशा बेकड़ोर से भर्ती हुई है।