हल्द्वानी: क्रिकेट और उत्तराखण्ड का रिश्ता दिन प्रतिदिन मजबूत होता जा रहा है। इस रिश्ते मजबूत बनाने में उत्तराखण्ड क्रिकेट टीम का रोल बेहद बड़ा है। पहली बार घरेलू क्रिकेट सीजन में भाग ले रही टीम उत्तराखण्ड मैदान पर मानों रिकॉर्ड बनाने के लिए उतरती है। टीम का हर खिलाड़ी मुश्किल वक्त में टीम की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी ले रहा है। कप्तान रजत भाटिया, दीपक धपोला, सौरभ रावत, विनीत सक्सेना, कार्तिक जोशी समेत पूरी टीम ने अपने कारनामों ने पूरे भारतीय क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
उत्तराखण्ड क्रिकेट टीम ने मेघालय को हराकर रणजी ट्रॉफी में लगातार 5वीं जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। उत्तराखण्ड क्रिकेट टीम ने कर्नाटक और महाराष्ट्र का रणजी में 4 लगातार जीत का रिकॉर्ड तोड़ा है। उत्तराखण्ड टीम का प्रदर्शन हर क्रिकेट फैंस की जुबान पर है। उत्तराखण्ड क्रिकेट टीम तेज गेंदबाज दीपक धपोला रणजी 2018 सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने 4 मैच में 37 विकेट लिए है और वो सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में टॉप पर है। वहीं दीपक ने रणजी ट्रॉफी 2018-19 में 4 मैचों में कुल 874 गेंदें फेंकी, जिसमें कुल 366 रन दिए हैं। वहीं उन्होंने 4 मैच में 5 बार चटकाए 5+ विकेट चटकाए हैं।
दीपक की इस उपलब्धि के बाद हल्द्वानी लाइव डॉट कॉम ने उसने बात की
हल्द्वानी लाइव के साथ फोन पर हुई बातचीत में दीपक ने बताया कि अपने राज्य के लिए खेलना एक गौरव की बात है। जिस जगह से मैने अपने क्रिकेट खेलना शुरू किया और वहां के लिए इस तरह का रिकॉर्ड कायम करना एक सुखद अनुभव देता है। दीपक ने बताया कि पूरी टीम को एक दूसरे पर पूरा भरोसा है यही वजह है कि दवाब की स्थिति से उभरकर अपने मुकाबले जीते हैं।
विजय हजारे में हार के बाद विजय रथ पर सवार टीम उत्तराखण्ड के सबसे बड़े मैच विनर ने कहा कि हार और जीत मैच का पहेलू है, पूरी टीम का फोक्स अपनी तैयारियों में रहता है और वही हमने किया। दीपक ने यह भी बताया कि टीम के सीनियर खिलाड़ियों ने हमेशा युवाओ का समर्थन किया है।
रजत भाटिया और विनीत सक्सेना ने हमेशा युवाओं के साथ अपना अनुभव बांटा है। मैच में उनका अनुभव काफी काम आता है। वहीं टीम के कोच भास्कर पिल्लई सर हमें अच्छे स्टेट ऑफ माइंड में रखने की कोशिश करते है जिससे हम मैदान पर उतरते वक्त काफी सकारात्मक रहते हैं। कोच राजकुमार शर्मा पर किए सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं जो भी हूं सर के वजह से हूं। उन्होंने हमेशा मुझे सपोर्ट किया। उन्होंने मुझे बताया कि सीखायां कि कोई भी मैच हो खिलाड़ियों को हर वक्त अपना 100 प्रतिशत योगदान देना चाहिए और मै वहीं करता आया हूं।
उत्तराखण्ड में क्रिकेट की रूचि पर दीपक ने बताया कि अब राज्य के मान्यता है और यह खिलाड़ियों के लिए काफी अच्छा है। उन्होंने कहा कि बागेश्वर में भी शानदरा खिलाड़ी है और आने वाले दिनों में यह खिलाड़ी बड़े स्तर पर अपना नाम रोशन करेंगे।