हल्द्वानी: खराब स्थिति से कैसे उभरा जाता है और मुकाबले को जीता जाता है, ये उत्तराखण्ड की टीम ने विजय हजारे में अपने लीग मुकाबले में बताया। एक वक्त में 150 से पहले आउट होती दिख रही उत्तराखण्ड की टीम के मध्यक्रम ने ऐसा प्रदर्शन किया जिसने सभी का दिला जीता है। अरुणाचल प्रदेश को उत्तराखण्ड ने आखिरी लीग मैच में 108 रनों से मात देकर विजय हजारे ट्रॉफी में 7वीं जीत दर्ज की। उत्तराखण्ड ने निर्धारित 50 ओवर में सौरभ रावत के 67, रंगाराजन 50, कार्तिक जोशी 32 और मंयक मिश्रा के ताबड़तोड़ 39 रनों की बदौलत 264 रन बनाए।
एक वक्त पर उत्तराखण्ड का स्कोर 90 रनों पर 6 विकेट था। विकेटकीपर बल्लेबाज सौरभ रावत और रंगाराजन ने ना सिर्फ टीम को झटके से उभारा बल्कि 7वें विकेट के लिए 100 रन भी जोड़े। रंगाराजन ने शानदार 50 रनों की पारी खेली। वहीं सौरभ ने टूर्नामेंट की तीसरी फिफ्टी पूरी की। रंगाराजन के आउट होने के बाद मैदान पर उतरे मंयक मिश्रा का ऑलराउंड प्रदर्शन टीम के लिए विजय एक्स फैक्टर साबित हुआ। मंयक ने 24 गेंदों में 39 रनों की शानदार पारी खेली। मंयक और सौरभ के बीच 8वें विकेट के लिए 70 रनों की साझेदारी हुई। पारी के अंतिम ओवर में सौरभ रावत 67 रनों पर आउट हुए।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी अरुणाचल प्रदेश की शुरुआत काफी तेज रही। समर्थ ने 19 गेंदो में 27 रनों की पारी खेलकर टीम के तेजी से लक्ष्य की ओर बढ़ाया लेकिन उनके आउट होने के बाद टीम की रन गति में गिरावट आने लगी, जिसका फायदा उत्तराखण्ड के गेंदबाजों ने उठाया। उन्होंने अरुणाचल के बल्लेबाजों को आसानी से रन बनाने का मौका नहीं दिया। अरुणाचल प्रदेश की पूरी टीम निर्धारित ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर केवल 156 रन बना सकी। अरुणाचल प्रदेश की ओर से बल्लेबाजी में डियोरिया 26 और अखिलेश साहनी ने 41 रनों की पारी खेली। वहीं उत्तराखण्ड की ओर से गेंदबाजी में रजत भाटिया 3, रंगाराजन 2, मंयक मिश्रा 2 ,दीपक और सन्नी को 1-1 विकेट मिला।