देहरादून: प्रदूषण को कम करने के लिए हर तरफ प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखंड परिवहन निगम ( Uttarakhand transport corporation) भी अपनी जिम्मेदारी इसमेंं निभाने जा रहा है। उत्तराखंड रोडवेज ( Uttarakhand Roadways) की 600 बसें को डीजल से सीएनजी में बदला जाने वाला है और इसके टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली से कुछ बसें इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ( Indraprastha gas limited) से लीज पर ली थीं और यह बसे देहरादून -दिल्ली रूट पर चलाई गई। अधिकारियों के इससे सकारात्मक नतीजे मिले हैं। डीजल के मुकाबले सीएनजी से चलने वाली बसों में लगत कम है यानी विभाग के पास कमाई के अवसर होगा। सबसे अच्छी बात की प्रदूषण कम करने में भी यह सहायक साबित होगा। परिवहन निगम की 600 बसों को सीएनजी ( CNG BUSES IN UTTARAKHAND) में संचालित किया जाएगा। इसके साथ ही निगम 300 अनुबंधित बसें अपने बेड़े में जोड़ेगा और उनका संचालन भी सीएनजी से होगा।
अब परिवहन निगम ने बसों में सीएनजी किट लगाने के लिए टेंडर किया है। इसमें करीब 50 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। टेंडर निकलने के बाद जल्द सीएनजी में बसें परिवर्तित करने की प्रक्रिया शुरू होगी। वैसे भी डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन बसों का किराया पहले जितना ही है। रोडवेज नुकसान में लोगों को सेवा दे रहा है। सीएनजी किट लगाने के बाद इन बसों का खर्च कम और कमाई ज्यादा हो जाएगी। कहा जा रहा है कि CNG बसों का संचालन रोडवेज की आर्थिक हालत को सुधारने में कारगर साबित हो सकता है।