देहरादून: रोडवेज यात्रियों के लिए मुसीबत तब अधिक बढ़ जाती है जब भीड़ ज्यादा होती है। अमूमन त्योहारों के समय पर ऐसा अधिक देखने को मिलता है कि बसों में जगह भी नहीं होती। फिर भी कई सारे यात्री सीट के इंतजार में बस अड्डों पर खड़े रहते हैं। अपने घरों को लौटने या जाने के लिए उत्तराखंड रोडवेज यात्रियों का हमेशा से मुख्य सहारा रही है। मगर हाल में बसों को लेकर या रोडवेज कर्मियों को लेकर कई सारे विवाद भी सामने आए हैं।
बहरहाल, बसों की कम संख्या तो अब अधिक दिनों तक यात्रियों के लिए चिंता का विषय नहीं बने रहने वाली है। ऐसा इसलिए भी कहा जा सकता है क्योंकि बुधवार को जब देहरादून में धामी सरकार की कैबिनेट बैठक हुई तो उसमें इस मुद्दे पर भी चर्चा की गई थी। चर्चा हुई तो रास्ता भी निकला। आपको बता दें कि अब यात्रियों को बसों के इंतजार में ज्यादा देर खड़े नहीं रहना पड़ेगा। दरअसल उत्तराखंड सरकार ने परिवहन निगम के साथ मिलकर 100 बसें लेने का फैसला किया है।
कैबिनेट के फैसले के अनुसार परिवहन निगम 100 रोडवेज बसें खरीदने जा रहा है। जिसपर अब उत्तराखंड सरकार ने भी सहमति जता दी है। माना जा रहा है कि परिवहन निगम ने ही सरकार के समक्ष ये प्रस्ताव रखा होगा। ऐसे में 100 बसों के लिए 30 करोड़ का लोन लिए जाने का निर्णय लिया गया है। बैठक में तय हुआ है कि इस लोन का ब्याज खुद उत्तराखंड सरकार ही चुकाएगी।
गौरतलब है कि अगले महीने होली का त्योहार है और फिर नवरात्र भी नजदीक हैं। ऐसे में उत्तराखंड के कई सारे लोग, जो बाहर काम करने गए हुए हैं, घर आते हैं। इन लोगों को बसों की कम संख्या से दिक्कत होती है। लाजमी है कि बसों की खरीद इतनी जल्दी तो पूरी नहीं हो जाएगी मगर आगे के त्योहारों और आने वाले पर्यटन सीजन या फिर विद्यार्थियों के लिए भी कहीं ना कहीं रोडवेज यात्रियों को एक तसल्ली जरूर मिलेगी।