हल्द्वानी: राज्य की संस्कृति को आगे बढ़ने के लिए लगातार काम हो रहा है। सरकार लगातार नए आइडिया को फ्लोर पर उतार रही है। इसके अलावा स्टार्टअप व नए उद्योगों के लिए नई-नई योजनाएं शुरू की जा रही है। मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने पिछले दिनों हुई बैठक में कहा कि प्रदेश के होटल और रेस्टोरेंट व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए ट्रेनिंग उपलब्ध कराया जाना जरुरी है।
इसके लिए होटल रेस्टोरेंट से जुड़े कर्मियों को 2 से 3 मिनट की वीडियो क्लिप्स के माध्यम से अलग अलग प्रकार की ट्रेनिंग उपलब्ध कराई जाए। यह सभी वीडियो पर्यटन विभाग की वेबसाइट और सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफार्म पर निशुल्क भी उपलब्ध कराई जानी चाहिए। ताकि जिसको भी हॉस्पिटैलिटी आदि के बारे में जानकारी चाहिए, वेबसाइट आदि के माध्यम से मिल सके।
इन वीडियो से खाना बनाना भी सीखा जा सकेगा और वैसे भी उत्तराखंड का खानपान पूरे विश्व में विख्यात है। सोशल मीडिया से सीखकर युवा अपना काम शुरू कर सकते हैं। पिछले कुछ वक्त से उत्तराखंड में पहाड़ी व्यंजनों को लेकर युवाओं का उत्साह बढ़ा है। युवाओं द्वारा संचालित हो रहे रेस्ट्रों में ग्राहकों के लिए पहाड़ी मेन्यू अलग से तैयार किया जा रहा है। कुछ स्टोरी हल्द्वानी लाइव भी आपके समक्ष ला चुका है और उसे सैंकड़ो लोगों द्वारा देखा गया था।
मुख्य सचिव ने नागरिक उड्डयन विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि राज्य में हवाई सेवाओं को किफायती कीमत पर प्रदेश वासियों और पर्यटकों को उपलब्ध कराए जाने हेतु प्रयास किए जाएं। इसके लिए अधिक से अधिक गंतव्यों को चिन्हित कर विकसित किया जाए।मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी बढ़ाए जाने के लिए अधिक से अधिक हेलीपैड भी विकसित किए जाएं।
हेलीपैड विकसित किए जाते समय ट्रांसपोर्टेशन, डिजास्टर मैनेजमेंट और मेडिकल इमरजेंसी जैसे पहलुओं पर ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे क्षेत्रों को भी चिन्हित किया जाए जो भले ही पर्यटन की दृष्टि से उपयोगी न हों परन्तु, आपदा एवं मेडिकल इमरजेंसी की दृष्टि से उपयोगी हों। उन्होंने कहा कि हेलीपैड समय से तैयार हो सकें इसके लिए साप्ताहिक समीक्षा की जाए। प्रत्येक प्रोजेक्ट को ससमय पूर्ण करने के लिए प्रत्येक स्टेज एवं कार्य के पूर्ण होने की समयसीमा निर्धारित की जाएं।