Uttarakhand: Corruption: Arrest: विजिलेंस उत्तराखंड ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए कर्णप्रयाग क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक जयबीर सिंह को ₹30,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी शक्ति नगर स्थित उनके आवास पर की गई, जहाँ विजिलेंस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर योजनाबद्ध तरीके से छापा मारा। जयबीर सिंह पर आरोप है कि उन्होंने एक शराब विक्रेता को शराब दुकान का निकासी पास न होने का डर दिखाकर रिश्वत की मांग की थी।
शिकायतकर्ता की भूमिका
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि जयबीर सिंह ने निकासी पास जारी न करने की धमकी देकर उनसे रिश्वत मांगी थी। इस अवैध मांग से परेशान होकर उन्होंने विजिलेंस विभाग से संपर्क किया, जिसके बाद विभाग ने इस मामले में सक्रियता दिखाई और रिश्वतखोर अधिकारी को पकड़ने के लिए एक योजनाबद्ध ट्रैप ऑपरेशन की योजना बनाई।
विजिलेंस का ट्रैप ऑपरेशन
विजिलेंस टीम ने बड़ी सतर्कता से ₹30,000 की रकम तैयार की, जो निरीक्षक को रिश्वत के रूप में दी जानी थी। योजना के तहत, जैसे ही निरीक्षक जयबीर सिंह ने यह रकम स्वीकार की, विजिलेंस टीम ने उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। इस पूरी कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया कि विभाग ने हर बिंदु पर पूरी तैयारी कर रखी थी ताकि आरोपी को कोई मौका न मिले।
आवास की तलाशी और संपत्ति की जांच
गिरफ्तारी के तुरंत बाद, सतर्कता अधिष्ठान देहरादून की टीम ने निरीक्षक जयबीर सिंह के शक्ति नगर स्थित आवास की तलाशी ली। इस दौरान टीम ने उनके चल-अचल संपत्तियों की विस्तृत जांच भी शुरू की है। तलाशी अभियान के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं, जिनसे आगे की जांच में कई और खुलासे होने की संभावना है।
पूछताछ और आगे की कार्रवाई
जयबीर सिंह की गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस विभाग द्वारा उनसे पूछताछ की जा रही है। उनसे यह जानने की कोशिश की जा रही है कि कहीं वह किसी बड़े भ्रष्टाचार रैकेट का हिस्सा तो नहीं थे, और क्या इस मामले में अन्य लोग भी शामिल हैं। साथ ही, उनके द्वारा अब तक कितनी बार ऐसी रिश्वत ली गई, इसका भी खुलासा करने का प्रयास हो रहा है।
विजिलेंस के निदेशक की प्रतिक्रिया
विजिलेंस विभाग के निदेशक डॉ. वी. मुरुगेसन ने इस सफल ऑपरेशन के लिए टीम की सराहना की है। उन्होंने टीम को नकद पुरस्कार देने की घोषणा भी की है। डॉ. मुरुगेसन ने कहा कि इस प्रकार की कार्रवाइयों से उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा संदेश जाएगा और भ्रष्ट अधिकारियों के हौसले पस्त होंगे। यह विभाग की प्रतिबद्धता है कि भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म किया जाएगा और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त संदेश
इस घटना से साफ है कि विजिलेंस विभाग भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त रुख अपनाए हुए है और किसी भी अधिकारी को कानून से खिलवाड़ करने का मौका नहीं दिया जाएगा। उत्तराखंड में इस तरह की कार्रवाई से भ्रष्ट अधिकारियों में भय का माहौल बनेगा और ईमानदार और निष्पक्ष प्रशासन को बढ़ावा मिलेगा।
विजिलेंस की इस सख्त कार्रवाई से साफ हो गया है कि राज्य सरकार और संबंधित एजेंसियां भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही हैं, जिससे भविष्य में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।