हरिद्वार: कुछ घटनाएं हकीकत में होती हैं मगर लगता नहीं कि वाकई ऐसा सच है। इस बार उत्तराखंड से ऐसा ही मामला सामने आया है। दरअसल एक युवक ने अपने दोस्त पर 50 लाख रुपए का मानहानि का मुकदमा ठोका है। युवक का आरोप है कि उसके दोस्त ने अपनी शादी के कार्ड उससे बंटवाए। लेकिन दूल्हा उसके आने से पहले ही बरात लेकर चला गया। जिससे उसे मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी।
इस मामले में अधिवक्ता अरुण कुमार भदौरिया ने जानकारी दी और बताया कि रवि पुत्र वीरेंद्र निवासी आराध्या कॉलोनी बहादराबाद और अंजू निवासी धामपुर जिला बिजनौर की 23 जून को होने वाली शादी के लिए चंद्रशेखर पुत्र स्वर्गीय मुसद्दीलाल निवासी देवनगर कनखल ने कार्ड बांटे थे। चंद्रशेखर दूल्हे का दोस्त है, जिसके कहने पर उसने कार्ड बांटे।
इसके बाद शादी वाली शाम को जब चंद्रशेखर और उसके कहने पर बाकी बराती 4:50 पर निर्धारित जगह पर पहुंचे तो मालूम हुआ कि बरात जा चुकी है। दूल्हे को फोन किया तो उसने कहा कि हम लोग जा चुके हैं और आप लोग वापस चले जाओ। चंद्रशेखर का कहना है कि जो बराती उसके कहने पर आए थे, उन्होंने इस बात के बाद उसे बड़ा कोसा।
बकौल चंद्रशेखर, उसे मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। जिसके बाद उसने दूल्हे को फोन कर मानहानि के संबंध में सूचना दी लेकिन उसने एक ना सुनी। जिससे आहत होकर चंद्रशेखर ने अपनी छवि खराब करने के आरोप के आधार पर अपने एडवोकेट अरुण भदोरिया के माध्यम से एक कानूनी नोटिस रवि को भिजवाया।
जिसके तहत चंद्रशेखर ने रवि से तीन दिन के भीतर माफी मांगने और हर्जाने के तौर पर 50 लाख रुपये देने की मांग की है। ऐसा ना होने के मामले में कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी है। गौरतलब है कि इस घटना की चर्चा सोशल मीडिया पर हो रही है। लोग तरह तरह के मीम्स भी बना रहे हैं।