हल्द्वानी: राज्य के लिए ये अच्छी बात है कि बेटियां ना कि सिर्फ एक क्षेत्र में बल्कि हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। क्रिकेट में भी उत्तराखंड की बेटियां कहां पीछे रहने वाली थी। हम उत्तराखंड महिला क्रिकेट टीम की बात कर रहे हैं। अंडर-19 टीम ने सबसे पहले तो फाइनल में पहुंचकर ही इतिहास रच दिया है। ऐसे में अब महिला टीम टूर्नामेंट जीतने से महज एक कदम दूर है।
बता दें कि महिला अंडर-19 वनडे ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला शुरू हो गया है। जो कि उत्तराखंड और मध्य प्रदेश के बीच खेला जा रहा है। मैच में पहले बल्लेबाजी मध्य प्रदेश की टीम कर रही है। उत्तराखंड क्रिकेट टीम की कप्तान पूजा राज ने अहम मुकाबले में टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। उत्तराखंड का हर क्रिकेट प्रेमी मैच पर अपनी नजरें गढ़ाए बैठा है।
आपको बता दें कि साल 2018 से घरेलू क्रिकेट में शिरकत कर रही उत्तराखंड टीम ने पहली बार फाइनल में जगह बनाई है। गौरतलब है कि इस बार अबतक का सफर बड़ा ही दिलचस्प रहा है। जब शुरुआत के चार मैच रद्द हो गए थे तो उम्मीदों को धक्का लगा था। मगर मैदान पर उतरने के बाद टीम ने सारी उम्मीदें फिर से जिंदा कर दी हैं।
पांचवे मैच में उत्तराखंड की महिलाओं ने सौराष्ट्र की टीम को केवल 39 रन पर ऑल आउट कर दिया था। साथ ही मुकाबले को नौ विकेट से जीता था। इस मैच में राघवी ने चार विकेट लेकर कमाल किया था। इसके बाद उत्तराखंड टीम ने पंजाब को पांच विकेट से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। मुकाबले में साक्षी ने तीन विकेट लिए तो नीलम ने भारद्वाज ने 79 रनों की लाजवाब पारी खेली।
सेमीफाइनल मैच में उत्तराखंड ने सेमीफाइनल मुकाबले में आंध्रा को 7 विकेट से हराया। पहले बल्लेबाजी करते हुए आंध्रा ने 102 रन बनाए। उत्तराखंड के लिए गेंदबाजी में सबसे ज्यादा कप्तान पूजा राज ने 5 विकेट अपने नाम किए। उत्तराखंड के लिए बल्लेबाजी में राघवी ने 32 और नीलम भारद्वाज ने नाबाद 31 रनों की पारी खेली। बता दें कि पिछले तीन मुकाबलों में रामनगर की नीलम भाद्वाज आउट ही नहीं हुई है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह सबसे अहम खिलाड़ी हैं।
बहरहाल उत्तराखंड और फाइनल मध्य प्रदेश के बीच खेला जा रहा है। अगर मैच में उत्तराखंड को जीत मिल जाती है तो यह पहला टूर्नामेंट होगा जो हम जीतेंगे। गौरतलब है कि प्रदेश की लड़कियों ने वो करनामा कर दिखाया है जो किसी ने नहीं किया। बता दें कि उत्तराखंड की किसी भी टीम ने कभी कोई घरेलू टूर्नामेंट नहीं जीता है। उत्तराखंड की टीम इतिहास रचकर प्रदेश में क्रिकेट को एक नई उड़ान देने से केवल एक कदम दूर है।