हल्द्वानी: नंदा देवी ईस्ट में लापता हुए सात पर्वतारोहियों को रेस्क्यू कर लिया गया है। इसमें अल्मोड़ा के रहने वाले एक मात्र भारतीय और आईएमएफ के जनसम्पर्क अधिकारी चेतन पांडे शामिल थे। पर्वतारोहियों का हल्द्वानी में पोस्टमॉर्टम हुआ और उसके बाद चेतन पांडे का शव उनके परिजनों को सौंपा गया।
बुधवार को नंदा देवी पर्वत से रेस्क्यू कर लाए गए पर्वतारोही पति को ताबूत में देखकर पत्नी का सब्र जवाब दे गया। पर्वतारोहियों के गाइड रहे चेतन पांडे की पत्नी पति को देख बदहवास हो गईं। मानसी ने पति के पैर छुए और फूट-फूटकर रो पड़ी। उन्हें ऐसे देख वहां हर कोई भावुक हो गया। चेतन पांडे का शव घर आने का पत्नी मानसी पांडे इंतजार कर रही थीं। सेना की गाड़ी से शव उतारते देख पत्नी का सब्र जवाब दे गया। वह फफक-फफक कर रोते हुए परिजनों से लिपट गईं।
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अल्मोड़ा शहर के लक्ष्मेश्वर निवासी गाइड चेतन पांडे के साथ विदेशी पर्वतारोही जून में नंदा देवी बेस कैंप गए थे। बर्फीले तूफान की चपेट में आने से सात विदेशियों सहित चेतन की मौत हो गई। छह लोगों के साथ चेतन का शव हवाई मार्ग से हल्द्वानी आर्मी हेलिपैड पर लाया गया। यहां से सेना के जवान शव को लेकर शवगृह लाए, जहां से उनके शव को अल्मोड़ा स्थित लक्ष्मेश्वर यानि उनके घर ले जाया गया। पोस्टमॉर्टम के दौरान डॉक्टरों ने बताया कि गाइड चेतन पांडे के सिर और सीने में गंभीर चोट लगी थी।
घर में कुछ देर शव को अंतिम दर्शन के लिए रखने के बाद अल्मोड़ा के विश्वनाथ घाट में सैकड़ों लोगों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। अल्मोड़ा निवासी जनसंपर्क अधिकारी चेतन पांडे को अंतिम विदाई देने के लिए उनके घर में लोगों का तांता लगा रहा। चेतन पांडे की अंतिम यात्रा में नगर के सैकड़ों लोग मौजूद रहे। चेतन पांडे के निवास स्थान में अंतिम दर्शन के बाद उनके पार्थिव शरीर को विश्वनाथ घाट ले जाया गया, जहां परिजनों समेत सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। भारतीय पर्वतारोहण संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी चेतन पांडे का शव बृहस्पतिवार तड़के उनके घर पर लाया गया। शव के पहुंचते ही घर पर कोहराम मच गया। चेतन की मां को संभालना मुश्किल हो गया। मां ने बेटे को विदा करने से पहले उसकी आरती उतारी, इस दृश्य ने अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे सभी लोगों को भावुक कर दिया।
बता दें कि 25 मई को नंदोदवी पर्वतारोहण को गए सात विदेशी नागरिकों के साथ अल्मोड़ा निवासी जनसंपर्क अधिकारी चेतन पांडे भी लापता हो गए थे। कई दिनों के रेस्क्यू अभियान के बाद इनके शवों को रेस्क्यू किया गया। इस अभियान का नाम ऑपरेशन डेयरडेविल रखा गया था। नंदा देवी में लापता हुए आठवें सदस्य की ढूंढखोज बरसात समाप्त होने के बाद की जाएगी। शेष छह शवों को हल्द्वानी में पोस्टमॉर्टम के बाद दिल्ली भेजा गया है।
फोटो सोर्स-अमर उजाला