हल्द्वानी: चंपावत जिले में सूखीढांग क्षेत्र के उदाली गांव में तीन लोगों की हत्या का मामला सामने आया है। छह माह में जनपद में यह तीसरा सामूहिक हत्याकांड है। यहां सील्याड़ ग्रामसभा के उदाली गांव के चांचडी तोक में एक ही परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या कर दी। घटना का खुलासा तिहरे हत्या कांड में पकड़े गए प्रीतम सिंह (34) पुत्र हुकुम सिंह निवासी चंपावत व विशाल (20) पुत्र प्रेम सिंह हरिद्वार के बयान से हुआ। इन लोगों को टनकपुर ने पुलिस ने लूट का सामान बेचते समय गिरफ्तार किया था। पकड़े गए लोगों के बयान के बाद एकाएक पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। तत्काल मामले में छानबीन शुरू की गई। जिसके बाद एक के बाद रहस्य से परदा उठ गया। फिलहाल हत्या का मकसद क्या है इस दिशा में पुलिस काम कर रही है।
टनकपुर कोतवाली पुलिस ने बताया कि सोमवार को पकड़े गए आरोपियों के बयान के बाद पुलिस घटना स्थल पहुंची। घटना स्थल पर कृष्ण सिंह (60) पुत्र चन्दन सिंह, पत्नी मनू देवी (45)और मां पार्वती देवी (85)का शव पड़ा हुआ। मौके पर घर का सामान अस्त-व्यस्त था। जिससे घर में अनहोनी की आशंका प्रतीत हो रही थी। बताया गया मृतक के तीन पुत्र पुत्र प्रकाश, भीम और सचिन हैं जो वर्तमान समय में गुजरात में काम कर रहे हैं।
जानकारों के अनुसार ये दोनों करीब तीन चार दिन से वहीं रह रहे थे।पुलिस की गिरफ्त में आए मुख्य हत्यारोपी ने अब तक हरिद्वार से चंपावत तक पांच हत्याओं को अंजाम देने की बात कबूली है, जिससे पूरे प्रदेश की पुलिस सकते में है। फिलहाल पुलिस के उच्च अधिकारी पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं। रुद्रपुर और हल्द्वानी के बाद चंपावत में हुए हत्याकांड ने पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी है।चंपावत तिहरे हत्याकांड में पुलिस की ओर से पकड़े गए आरोपी प्रीतम सिंह ने पुलिस के सामने कुछ ऐसे राज उगले हैं, जिनसे पुलिस के सामने एक सीरियल किलिंग की कहानी उजागर हुई है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार प्रीतम सिंह ने चंपावत से पहले हरिद्वार जिले में भी हर की पैड़ी पर झाडू लगाने आदि का काम करने वाली एक महिला की चिड़ियापुर में दुष्कर्म के बाद हत्या करने की बात कबूली है। साथ ही डेढ़ वर्ष पूर्व रुद्रपुर से टनकपुर पूर्णागिरि मंदिर में दर्शन के लिए गए 16 वर्षीय संजीव की हत्या करने का जुर्म भी कबूल किया है।