
देहरादून: उत्तराखंड में त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या को लेकर राज्य सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट कहा है कि प्रदेश में किसी भी तरह की हिंसा या अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि इस मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें दो नाबालिग हैं, जिन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। एक आरोपी अभी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। सरकार ने फरार आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है और उसकी तलाश में एक पुलिस टीम को नेपाल भी भेजा गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि फरार आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड में रहने वाले हर नागरिक की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और अपराधियों के प्रति कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। उन्होंने मृतक छात्र एंजेल चकमा के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की।
गौरतलब है कि त्रिपुरा के पश्चिम जिले के नंदननगर निवासी एंजेल चकमा पर 9 दिसंबर को करीब छह लोगों ने हमला किया था। बताया गया कि उन्होंने नस्लीय टिप्पणी का विरोध किया था, जिसके बाद यह घटना हुई। गंभीर रूप से घायल एंजेल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान 26 दिसंबर को उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना से त्रिपुरा में शोक की लहर फैल गई।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने भी इस मामले पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बातचीत की है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री धामी ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है और फरार आरोपी को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।






