रुद्रपुरः परिवारवाले बच्चों को पढ़ने के लिए फोर्स करते हैं। ताकी वो अच्छे अंको से उत्तीर्ण हो। लेकिन कई बच्चें पढ़ाई के दवाब को सह नही पाते और खुदकुशी कर लेतें हैं। ऐसा ही खुदकुशी का मामला एक बार फिर सामने आया है। जहां परिवारावालों के गणित का ट्यूशन लेने के लिए बार-बार दबाव डालने से तनाव में आकर एक छात्रा ने घर में फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी।
बता दें कि खड़कपुर देवीपुरा निवासी पीआरडी कर्मी नंदाराम की ड्यूटी तहसील कार्यालय में हैं। उनकी सबसे छोटी बेटी प्रीती उम्र (16) साल तारावती सरोजनी देवी सरस्वती इंटर कॉलेज में कक्षा 11 की छात्रा थी। सोमवार सुबह पिता ड्यूटी पर चले गए, भाई आनंद अपनी आटा चक्की पर चला गया। दोनों बड़ी बहनें रूबी और स्वाति कोचिंग चली गईं। वहीं मां कमलेश रेलवे पटरी के किनारे कंडे पाथने चली गई। घर में प्रीती अकेली थी। सुबह करीब 8:30 बजे प्रीती ने अपने कमरे में छत पर लगे कुंडे पर फंदा लगाकर फांसी लगा ली। एक घंटे बाद उसकी मां कमलेश घर लौटी तो बेटी को फंदे पर लटका देख उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।
मां के रोने चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंच गए। इसके बाद लोगों ने प्रीती के शव को नीचे उतारा। वहीं मामले की सूचना पुलिस को दे दी। सूचना पर पहुंचे आईटीआई थाने के दरोगा ने शव को पोस्टमार्टम कर परिवार को सौंप दिया है। बता दें कि प्रीती भौतिक और रसायन विज्ञान का ट्यूशन ले रही थी। मृतका के परिवार में कोहराम मच गया है।