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केंद्र सरकार का ये फैसला उत्तराखंड के 13 लाख परिवारों को देने वाला है राहत


देहरादून: कोरोना वायरस से बचाव हेतु पूरे राज्य में लॉक डाउन लगा हुआ है। सुब से 7 बजे से 10 बजे तक लोगों को जरूरूी वस्तु लेने का वक्त मिलता है। इसके बाद भी राशन खरीदने के लिए जबर्दस्त मारमारी देखने को मिलती है। सरकार द्वारा बताया गया है कि राज्य के खाद्दात्र भंडार में कमी नहीं है। इसी दिशा में एक अच्छी खबर सामने आ रही है। अब कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉकडाउन से गरीबों को हो रही परेशानी के मद्देनजर केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अंत्योदय और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (एनएफएसए) के प्राथमिक परिवारों समेत 13.30 लाख परिवारों को तीन महीने तक प्रति व्यक्ति पांच किलो चावल मुफ्त मिलेगा। हर महीने वाले नियमित खाद्यान्न से उन्हें यह अतिरिक्त मिलेगा। 

उत्तराखंड में लोगों को मुफ्त चावल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत दिया जाएगा। इस बारे में खाद्य सचिव सुशील कुमार ने बुधवार को आदेश जारी किए। बता दें कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत चिह्नित प्रत्येक अंत्योदय परिवार को हर महीने 35 किलो खाद्यान्न मिलता है। इसमें 21 किलो 700 ग्राम चावल और 13 किलो 300 ग्राम गेहूं शामिल है।

इसी तरह एनएफएसए के प्राथमिक परिवार को प्रति यूनिट पांच किलो खाद्यान्न मिलता है। इसमें तीन किलो चावल और दो किलो गेहूं है। गेहूं दो रुपये प्रति किलो और चावल तीन रुपये प्रति किलो दर पर राशन की दुकानों से दिया जाता है। इसके तहत अंत्योदय और प्राथमिक परिवारों को प्रति व्यक्ति पांच किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा। अप्रैल, मई और जून में दिए जा रहे मुफ्त चावल को लेने के लिए इन परिवारों को क्रमश: तीनों महीने राशन की दुकान पहुंचना होगा।

 

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