हल्द्वानी: कोरोना वायरस ने हर व्यापार को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। देश में बीमारी से बचने के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया था। अब देश अनलॉक की तरफ बढ़ चला है और धीरे-धीरे सभी सेवाओं को खोला जा रहा है। गुरुवार को उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट बैठक हुई थी। इस बैठक में सबसे बड़ा फैसला बसों के संचालन को लेकर किया गया। राज्य में बसों के संचालन को लेकर हरी झंड़ी मिल गई है।
बस में कोविड को देखते हुए केवल 50 प्रतिशत यात्री ही बैठेंगे लेकिन उन्हें पहले से दोगुना किराया देना होगा। वहीं वॉल्वे बस में किराए को तीन गुना कर दिया गया है। बस संचालकों को सरकार की ओर से स्पष्टीकरण का इंतजार है और उत्तराखंड परिवहन निगम का कहना है कि उन्हें आदेश की प्रति की कॉपी नहीं मिली है। बसों के किराए में हुई बढ़ोतरी की हर जगह बातें हो रही है। कोई इसे सही ठहरा रहा है तो कोई गलत। उत्तराखंड में बसों का किराया अब हवाई जहाज के किराए से ज्यादा हो गया है।
उत्तराखंड में बसों की नई दरें
वातानुकुलीत श्रेणी में
थ्री बाय टू सीटर बसें – 1.25 गुणा वृद्धि
टू बाय टू सीटर बसें – 1.9 गुणा वृद्धि
सुपर डीलक्स (वॉल्वो) – तीन गुणा वृद्धि
वॉल्वो बस का किराया हवाई सेवा से ज्यादा हो गया है। देहरादून से हल्द्वानी के लिए पहले वॉल्वो का किराया 1113 जो अब 3039 हो गया है। वहीं पंतनगर से देहरादून के बीच क्षेत्रीय संपर्क योजना आरसीएस उडान के तहत संचालित एयर इंडिया की फ्लाइट से आधे घंटे के सफर का किराया 600 रिपए से लेकर 1600 रुपए के बीच है। अधिकतम किराया 2500 से आसपास है जो कि वॉल्वो की नई दरों से कम है।
सिटी बस में किराया दर
पहले दो किमी – 07 से बढ़ाकर 14 रु
दो से छह किमी – 10 से बढ़ाकर 20 रु
छह से 10 किमी – 15 से बढ़ाकर 30 रु
10 से 14 किमी – 20 से बढ़ाकर 40 रु
14 से 19 किमी – 25 से बढ़ाकर 50 रु
19 से 24 किमी – 30 से बढ़ाकर 60 रु
24 से 29 किमी – 35 से बढ़ाकर 70 रु
29 किमी से अधिक- 40 से बढ़ाकर 80 रु
नॉन-डीलक्स बस किराया
साधारण बसें (मैदानी क्षेत्र) – 1.05 से बढ़ाकर 2.10 रुपये प्रति किमी
साधारण बसें (पर्वतीय क्षेत्र)- 1.50 से बढ़ाकर 3 रुपये प्रति किमी