देहरादून: सीए फाइनल के नतीजे मंगलवार को सामने आ गए। इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट इंडिया (आईसीएआई) ने नतीजे घोषित कर दिए हैं। सीएम के नतीजों में एक बार फिर उत्तराखण्ड का मान बढ़ा है। पहाड़ के बच्चों ने अपनी मेहनत से पूरे देश में नाम कमाया। मूलरूप से पौड़ी निवासी रविंद्र चौहान ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने अभिभावकों और गुरुजनों को दिया। रविंद्र ने अपनी शिक्षा की शुरुआत सरस्वती शिशु मंदिर से की। इसके बाद इंटर उन्होंने लैंसडौन स्थित आर्मी स्कूल किया। सीएम बनने का सपना उन्होंने देखा था और फिर उसी की तैयारी में जुट गए। रविंद्र के पिता चित्रा सिंह सेना में हैं, जबकि माता सरस्वती देवी गृहणी हैं। रविंद्र व्यापार करना चाहते हैं।
रविंद्र के अलावा जोगीवाला की रहने वाली प्राची भट्ट ने भी सीए की परीक्षा उत्तीण की है। प्राची ने पढ़ाई सेंट जोजफ स्कूल से की। पिता सुनील भट्ट उत्तरांचल ग्रामीण बैंक में मैनेजर हैं, जबकि माता हेमलता भट्ट शिक्षा विभाग में उपनिदेशक हैं। प्राची का कहना है कि माता-पिता के मार्गदर्शन के बिना वह यह सफलता हासिल नहीं कर पाती। प्राची की रूचि नौकरी करने में हैं।
तीसरा नाम आता है मोती बाजार निवासी समनदीप सिंह वाधवा का। वो कहते हैं कि सीए बनना उनका सपना था। वो खुश है कि उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल किया है। पिता गुरविंदर सिंह बिजनेसमैन हैं व माता सुरेंदर कौर टीचर हैं। समनदीप कहते हैं कि अनुभव के लिए वो नौकरी करेंगे और इसके बाद वो किसानों के लिए काम करना चाहेंगे। वह कहते हैं कि आज भी किसान जानकारी के अभाव में योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं। मेरे क्षेत्र से संबंधित जो मदद होगी, वह करूंगा।