हल्द्वानी: अगर आप सोच रहे हैं कि ठंड एक दो महीने में खत्म हो जाएगी तो आप गलत हैं। इस बार उत्तराखंड में लगातार पड़ कड़ाके की ठंड आपकों ज्यादा परेशान करेगी। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार इस बार मार्च तक सर्द मौसम रहने का अनुमान है। इस रिपोर्ट ने लोगों को पहले ही परेशान कर दिया है। इस बार ठंड औसत से कुछ ज्यादा ही पड़ गई है। , दो जनवरी को हुई झमाझम बारिश ने 12 वर्षों का रिकार्ड तोड़ दिया है। इस दिन 5.00 मिलीमीटर बारिश हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि छह जनवरी से मौसम बदलेगा और पिथौरागढ़, बागेश्वर, चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग में बहुत हल्की बारिश या बर्फबारी की संभावना है। साथ ही 22 सौ मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है।
शुक्रवार को राज्य के मैदानी इलाकों में सुबह से चटक धूप देखने को मिली। इस कारण अधिकतम तापमान 22.7 और न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन और न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। मुक्तेश्वर में अधिकतम तापमान 8.4 और न्यूनतम तापमान -1.0 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम रहा। लोग धूप का आनन्द ले ही रहे थे कि मौसम विभाग ने दोबारा ठंड बढ़ने की भविष्यवाणी कर दी है।पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि 3.4 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दक्षिण पूर्व दिशा की ओर से हवा चली और नमी 47 प्रतिशत रही।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने जानकारी दी है कि छह जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और सात, आठ जनवरी को हल्की से मध्यम बारिश एवं बर्फबारी की संभावना है। बताया कि दस जनवरी से कड़ाके की ठंड फिर पड़ेगी और इस बार मार्च तक ठंड सताएगी।