हरिद्वार: उत्तराखंड में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही हैं। वहीं प्रशासन द्वारा लगातार सुरक्षा के तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। एक बड़ी खबर हरिद्वार से सामने आ रही है। यहां के तीन गांव को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। तीनों गांव के करीब 20000 लोगों को क्वॉरंटीन किया गया है।
खबर के अनुसार इन तीनों ही गांवों के सैकड़ों लोग दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुए तबलीगी जमात के जलसे में शामिल होने के बाद वापस अपने-अपने घर लौटे थे। इस जानकारी के सामने आने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट में हड़कंप मच गया था लेकिन हालात को काबू करने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। हरिद्वार के पनियाला, गैंडी खाता और मंगलौर पूरी तरह सीज किए गए हैं।
ये तीनों ही गांव रुड़की के पास के हैं। इनमें से ही एक गांव के युवक में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी और प्रशासन ने यह सख्त फैसला लिया है। इन तीनों ही गांवों पर ड्रोन कैमरे की मदद से नजर रखी जा रही है। आपको बता दें कि उत्तराखंड में कोरोना वायरस से संक्रमण के जो 27 मामले सामने आए हैं उनमें 20 जमाती हैं। प्रशासन जमात से जुड़े लोग जिन क्षेत्रों में रहते हैं उन पर खास तौर से ध्यान दे रही है।
सीएमओ सरोज नैथानी ने इसकी पुष्टि की है। उनका कहना है कि पनियाला गांव में एक युवक में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद प्रशासन ने यह कदम उठाया है। युवक को लेने गए उसके चाचा मंगलौर के रहने वाले थे। संभव है कि वह भी कुछ लोगों के संपर्क में आए हैं। इसलिए मंगलौर को भी पूरी तरीके से सील करके क्वॉरंटीन क्षेत्र में तब्दील कर दिया गया है। जबकि गेंडी खाता गुर्जर बस्ती में भी 10000 लोगों को होम क्वॉरंटीन कर दिया गया है।