बनबसा: दीदी और जीजा के साथ पूर्णगिरी मां के दर्शन करने पहुंचे युवक की शारदा नदी में डूबने से मौत हो गई। इस घटना के बाद दीदी और जीजा सदमे में हैं। मृतक युवक दिल्ली का रहने वाला था। हादसे के वक्त तैराकी पुलिस के कोई जवान घटना स्थल पर नहीं था। पुलिस ने पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी कर शव परिजनों को सौंप दिया है।
भंवर में फंसा युवक
खबर के मुताबिक दिल्ली के ई/287 भजनपुरा सुभाष विहार गली नंबर पांच निवासी रवि सिंह (20) पुत्र केदार सिंह अपने अपने जीजा योगेश चौहान, दीदी और दो छोटी भांजियों के साथ मां पूर्णागिरि के दरबार में पहुंचा था। शुक्रवार सुबह वह शारदा घाट पर स्नान कर रहा था। उसके साथ परिवार भी था। इसी दौरान वह अचानक भंवर में फंस गया और डूबने लगा। उसके जीजा और दीदी मदद के लिए चिल्लाए लेकिन घाट स्थित जल पुलिस चौकी पर कोई भी जल तैराक नहीं था। स्थानीय युवक रामकुमार, सूर्या, सूरज और कल्लू रवि को बचाने के लिए नदी में कूदे लेकिन तब तक वह डूब चुका था। और 45 मिनट तक खोज के बाद उन्होंने रवि को बरामद किया।
मामले की सूचना पुलिस को दी गई। कोतवाली से उप निरीक्षक योगेश दत्त और एसआई अंजू यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने रवि को संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया, जहां चिकित्साधिकारी डॉ. हेमंत शर्मा ने रवि को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि हादसे से कुछ देर पहले रवि ने शारदा में स्नान करते दीदी, जीजा और भांजियों के साथ अपनी सेल्फी खींची थी। रवि को क्या पता था वह जो सेल्फी वह खींच रहा है वह आखिरी होगी। दीदी और जीजा के स्नान करने के बाद रवि नदी में नहाने उतरा और डूब गया।
बच सकता था रवि
बताया जा रहा है शारदा स्नानघाट की जल पुलिस चौकी पर दो तैराक जवानों की तैनाती है। छुट्टी के चलते वहां कोई नहीं था। एक जवान छुट्टी पर गया था तो दूसरा नानकमत्ता मेले में ड्यूटी पर था। लोगों को मानना है कि यदि घटना के वक्त तैराक पुलिस के जवान तैनात होते तो शायद रवि को बचाया जा सकता था।