हल्द्वानी: उत्तराखण्ड पुलिस पिछले लंबे वक्तों से सुर्खियों में हैं। एक पुलिस कर्मी ने अपने साथी को खाई से धक्का देकर मार डाला। इस वारदात से हर कोई सकते में हैं। इस हत्या के पीछे कूंडी लगाना है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि 11 दिसंबर को उसके कमरे की किसी ने बाहर से कुंडी लगा दी थी। उसे इसका शक मोहित जोशी पर था। इसको लेकर दोनों में विवाद भी हुआ था और वह इस बात का बदला मोहित से लेना चाहता था।
बता दें कि काशीपुर के भीमनगर कुंडेश्वरी निवासी मोहित जोशी पिथौरागढ़ पुलिस लाइन में तैनात था। वह पत्नी भारती जोशी और सात साल के बेटे के साथ रहता था। दो जनवरी को वह लापता हो गया था। पत्नी ने कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। छानबीन की तो पता लगा कि मोहित अपने एक सहकर्मी के साथ शराब भट्टी पर देखा गया था। वहीं आरोपी पुलिस कर्मी गिरीश जोशी के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। गिरीश जोशी दन्यां अल्मोड़ा के धूरा का रहने वाला है।
मोहित की तलाश करने के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो वह सहकर्मी गिरीश जोशी के साथ गाड़ी में बैठा दिखाई दे रहा था। पुलिस ने सहकर्मी कांस्टेबल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने मोहित सच उगल दिया। उक्त कांस्टेबल की निशानदेही पर सोमवार की सुबह दस बजे मोहित का शव चंडाक, पिथौरागढ़ के वन क्षेत्र से बरामद किया।
सख्ती से पूछताछ करने पर गिरीश जोशी ने बताया कि 11 दिसंबर को उसके कमरे की किसी ने बाहर से कुंडी लगा दी थी। उसे इसका शक मोहित जोशी पर था। इसको लेकर दोनों में विवाद भी हुआ था। इसके बाद दो जनवरी को वह अपनी अल्टो कार से मोहित जोशी को अपने साथ लेकर गया और बांस रोड में कफलडुंगरी के पास जब मोहित पहाड़ी की ओर लघुशंका करने लगा तो गिरीश ने उसे खाई में धक्का दे दिया।
मोहित जोशी की हत्या से परिवार में कोहराम मचा है। 7 जनवरी को उसके बेटे रौनक का जन्मदिन है और उसे घर आने का वादा किया था। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। जिस दिन रौनक का जन्मदिन है, उस दिन मोहित का शव घर पहुंचेगा। मोहित एक जनवरी को उसने फोन कर अपनी मां, भाई और चचेरे भाइयों से बात की थी। घर में दादा-दादी पोते के जन्मदिन मनाने की तैयारियां कर रहे थे लेकिन दुर्भाग्य से पोते के जन्मदिन के दिन ही बेटे का शव घर पहुंचेगा।