मातृभूमि की रक्षा के लिए उत्तराखंड के जांबाज़ ने अपने प्राण निछावर कर दिए हैं। केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए बताया कि रुद्रप्रयाग जिले की है। केदारनाथ विधानसभा के मक्कू गाँव के ग्वाड़ ज्यूलना के आशीष सिंह नेगी सुपुत्र विक्रम सिंह जम्मू में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गये। आशीष 8वी गढ़वाल राइफल्स के जवान थे।
उन्होंने उत्तराखंड की उच्च सैन्य परंपरा का निर्वहन किया। सारा देश उनके अदम्य साहस और बलिदान को सलाम करता है। सभी लोग प्रार्थना कर रहे हैं कि भगवान शहीद के परिवार को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कृपा करेंगे। बेटे की शहादत के बाद परिवार में मातम पसरा हुआ है। पूरा गांव इस शहीद को श्रद्धांजलि दे रहा है।
उत्तराखंड के वीर सपूतों की महान कहानी भारतीय सेना के इतिहास में हमेशा के लिए अमर हैं। हजारों सैनिकों ने भारत मां की रक्षा के लिए अपने प्राण निछावर किए हैं। ये बात किसी से नहीं छिपी है कि भारतीय सेना में सेवा देने वालों में सबसे ज्यादा संख्या पहाड़ के बच्चों की ही है। सोमवार को एक सामने आई एक खबर ने उत्तराखंड का सीना को चौड़ा किया लेकिन उसने राज्य में शौक की लहर भी दौड़ा हैं। एक तरफ पूरा देश कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है और दूसरी ओर बॉर्डर से आ रही ऐसी खबरें दुख देती हैं।