हल्द्वानी: उत्तराखंड में फंसे लोगों को घर पहुंचाने के लिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को विंडो खोली है। इसके तहत राज्य में फंसे लोग अपने घर जा पाएंगे और उसके लिए uttarakhand transport की बस चलेगी। यह सेवा केवल उनके लिए है जो राज्य में फंसे और बस की सेवा इंटर जिला रहेगी। 31 मार्च को सुबह 7 बजे से सांय 8 बजे तक के लिए विंडो इसलिए खोली कई है क्योंकि जगह-जगह से ऐसी बातें आ रही थी कि बहुत से लोग अपने काम से आए हुए थे और लाॅकडाउन के कारण अपने घर से बाहर फंसे हैं। सोशल मीडिया पर दूसरे राज्यों के यात्रियों के साथ इस मामलों को जोड़ा जा रहा है जो बिल्कुल गलत है।
मंगलवार को यात्रा करने वालों को वाजिब कारण बताना होगा। हर किसी के लिए यह छूट नहीं होगी। सही कारण न पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही भी की जा सकती है। बसों व टैक्सियों को सेनेटाइज करवाया जाना होगा। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया जाना होगा। यात्री को यह साबित करना होगा कि वह दूसरी जगह से आया हुआ है। ऐसा न करने पर अनुमति नहीं दी जाएगी। यात्रा पाइन्ट टू पाइन्ट ही की जा सकेगी। बीच में कहीं भी रुकने की अनुमति नहीं होगी। यात्री को अपना भोजन व पानी साथ लेकर ही चलना होगा। यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर मेडिकल चेकअप किया जाएगा। यदि कोई संदिग्ध या संक्रमित पाया जाता है तो उसे आइसोलेशन वार्ड में ले जाया जाएगा। गलत तथ्य देने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। व्यक्ति को अपना परिचय पत्र साथ रखना होगा और यात्रा का डिक्लेरेशन देना होगा।