नैनीताल: ट्रांसफर के बाद सीनियर पुलिस कर्मियों के खिलाफ मोर्च खोलने वाले ऊधमसिंह नगर के पूर्व IPS बरिंदरजीत सिंह ने अपनी जान को खतरा बताया है और पुलिस सुरक्षा की मांग की है। इस संबंध में IPS बरिंदरजीत सिंह डीएम और एसएसपी को पत्र लिखा था। डीएम सविन बंसल की अध्यक्षता वाली समिति ने गोपनीय रिपोर्ट बनाकर गृह विभाग को भेज दी है। अब रिपोर्ट पढ़ने के बाद ही शासन द्वारा कोई फैसला लिया जाएगा।
इससे पहले शुक्रवार को आईपीएस बरिंदरजीत सिंह को ऊधमसिंह नगर एसएसपी के पद से हटाकर बैंलपड़ाव आईआरबी कमांडेंट के तौर पर कर दिया गया था। उनकी जगह पौड़ी गढ़वाल के एसएसपी दलीप सिंह कुंवर को ऊधमसिंहनगर जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ट्रांसफर ने नाखुश आईपीएस बरिंदरजीत सिंह हाईकोर्ट पहुंचे और अपने तीन सीनियर ऑफिसरों पर स्वंतत्र रूप से काम नहीं करने देने का आरोप लगाया। उनकी लिस्ट में डीजीपी अनिल रतूड़ी, डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार और कुमाऊं के आईजी रहे जगतराम जोशी का नाम शमिल हैं। उन्होंने कहा कि 12 साल की सेवा और ईमानदारी का इनाम उन्हें 8 तबादलों के तौर पर मिला। कई मौकों पर उन्हें खुलकर काम नहीं करने दिया। हाईकोर्ट ने पुलिस के उच्चाधिकारियों से 20 अगस्त तक जवाब दाखिल करने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 21 अगस्त को होगी।
अब आईपीएस बरिंदरजीत सिंह नैनीताल एसएसपी और डीएम को पत्र लिखकर सुरक्षा मांगी है। उन्होंने कहा कि एसएसपी के पद पर रहते हुए उन्होंने कई अपराधियों के खिलाफ एक्शन लिए और अब उन्ही से उनकी जान को खतरा है। पहले तो इस पत्र के बारे में किसी अधिकारी की ओर से कोई पुष्टि नहीं हुई लेकिन अब मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नैनीताल डीएम सविन बंसल ने पत्र मिलने की पुष्टि की है। पत्र में शामिल बिंदुओं पर प्रशासन ने समीक्षा की है और गोपनीय रिपोर्ट बनाकर गृह विभाग भेज दी गई है। इस पर फैसला शासल द्वारा लिया जाएगा।