देहरादून:1995 से लेकर 2007 तक ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट इतिहास की सबसे मजबूत टीम थी। उस टीम के पास एक से एक मैच विनर थे। ऑस्ट्रेलिया अपने घर के अलावा विदेशों में भी सीरीज़ जीता करता था। ऑस्ट्रेलिया ने विश्व क्रिकेट को कई महान खिलाड़ी दिए हैं। भारत के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने आज तक ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम नहीं देखी। ऑस्ट्रेलिया की कामयाबी का श्रेय स्टीव वॉ और रिकी पोंटिंग को भले ही जाता हो लेकिन अगर कामयाबी में जॉन बुकानन का नाम शामिल ना हो तो शायद ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट फैंस इसे अधूरा करार देंगे।
पूर्व क्रिकेट कोच जॉन बुकानन ने साल 2003 से लेकर साल 2007 तक ऑस्ट्रेलिया टीम की कोचिंग दी थी। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया दो लगातार विश्वकप जीते। अब कोच जॉन बुकानन ने उत्तराखंड का रुख किया है। उन्हें देवभूमि के अक्षज त्रिपाठी नाम के युवा गेंदबाज ने प्रभावित किया है। अक्षज को लोग बुमराह भी कहते हैं। जॉन बुकानन अब अक्षज को कोचिंग देंगे।
उत्तराखंड में अगस्त्यमुनि ब्लॉक के चोपड़ा गांव निवासी अक्षज त्रिपाठी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वह जसप्रीत बुमराह की तरह गेंदबाजी करते नजर आ रहे हैं और लाखों लोग उसे पसंद कर चुके हैं। उनका वीडियो इंग्लैड के पूर्व खिलाड़ी पॉल एंड्यू निक्सन ने भी सोशल मीडिया पर साझा किया था।
इस वीडियो पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच जॉन बुकानन की नजर पड़ी तो उन्होंने अपनी टीम को अक्षज त्रिपाठी के परिजनों से संपर्क करने को कहा। इसके बाद कोलकाता व नई दिल्ली से उनके स्टाफ की एक टीम ने देहरादून पहुंचकर अक्षज त्रिपाठी व उनके माता-पिता से संपर्क किया। इस दौरान देहरादून के एक स्टेडियम में अक्षज के साथ बुकानन के स्टाफ ने वीडियो शूट भी किए। अक्षज त्रिपाठी केवल 7 साल के हैं।
द्वारिका प्रसाद त्रिपाठी व रेखा डंगवाल त्रिपाठी के पुत्र अक्षज त्रिपाठी को गेंदबाजी के गुर सिखाने का फैसला जॉन बुकानन ने किया है। उनकी टीम ने अक्षज के स्कूल में भी उनके खेल को लेकर जानकारी हासिल की है। ये बात भी सामने आ रही है कि जॉन बुकानन सितंबर में अक्षज से मुलाकात करेंगे।
अक्षज के पिता डीपी त्रिपाठी कहा कि आस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कोच जॉन बुकानन की टीम ने अक्षज से संपर्क किया था। वह उसे गेंदबाजी के गुर सिखाना चाहते हैं। उन्होंने अक्षज को हरसंभव सुविधा देने की बात भी कही है। वहीं जिला संघ के अधिकारियों का कहना है कि वह अक्षज को ग्रूम करने की पूरी कोशिश करेंगे। ये उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है कि विश्वविजेता टीम को कोचिंग देने वाले जॉन बुकानन को उन्होंने प्रभावित किया है।