हल्द्वानीः पहाड़ की बेटियों के टेलेंट ने हर वक्त अपने आप को देश व विदेश में एक नई पहचान दी है। पहाड़ के होनहार बेटियां हर खेल में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। कुछ करने की अगर ठान ली जाए तो लक्ष्य ज्यादा दूर नहीं रहता है। पहाड़ यानी उत्तराखण्ड की बेटियों ने अपनी मंजिल ही ऐसी रखी है जहां पर कामयाबी का मतलब है देश व विदेश में राज्य के नाम को रोशन करना। पूरे राज्य का और देश का नाम रोशन कर दिखाया है अल्मोड़ा की ममता बिष्ट ने। ममता ने महज एक साल में अपना 30 किलो वजन घटाकर राष्ट्रीय स्तर की पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में दो गोल्ड मेडल जीत लिये हैं।
बता दें कि ममता अल्मोड़ा के माल गांव की रहने वाली हैं। शुरुआती पढ़ाई अल्मोड़ा से करने के बाद ममता ने हल्द्वानी के एमबीपीजी कॉलेज से बीए किया है। छह साल पहले ममता की शादी अशोक बिष्ट के साथ हुई। अशोक दिल्ली में जॉब करते हैं। शादी के बाद ममता का वजन 90 किलो बढ़ गया। पर वो कहते हैं ना कि अगर सपनों को पूरा करना हो तो रास्ते में चाहे कितनी भी कठिनाईयां आए इंसान उसे पूरा कर ही लेता है। ममता ने भी हार नही मानी और ममता ने पति के साथ जिम जाना शुरू कर दिया और एक साल में ही अपना वजन 30 किलो तक घटाया।
इसके बाद ममता ने दिल्ली के एक फिटनेस इंस्टीट्यूट से छह महीने का डिप्लोमा हासिल किया। फिट होने के बाद ममता ने पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेने की ठानी। बीते 29 दिसंबर को उन्होंने दिल्ली में हुई नेशनल बेंच प्रेस एंड लिफ्ट पावर लिफ्टिंग कंपटीशन में हिस्सा लिया। और अलग-अलग वर्गों में दो गोल्ड मेडल जीते। चैंपियनशिप में ममता का मुकबला दिल्ली, यूपी, हरियाणा और तमिलनाडु से आईं 40 प्रतिभागियों के साथ था। पर ममता ने सभी को पिछाड़ दिया। उन्होंने बेंच प्रेस और पावर लिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीतकर राज्य का नाम रोशन कर दिखाया। उनकी इस कामयाबी से परिवार के साथ पूरा राज्य गर्व महसूस कर रहा है।