देहरादून: शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल शहादत को कोई नहीं भूल सकता। 18 फरवरी 2019 को मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल (34) पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ मेजर ऑपरेशन में वह आतंकियों का सामना करते हुए शहीद हो गए। उन्होंने आठ साल पहले 2011 में आर्मी जॉइन की थी। आज उनकी पहली पुण्यतिथि तिथि है।
पिछले साल मेजर का पार्थिव शरीर जब घर देहरादून पहुंचा था तो उनकी पत्नी का एक वीडियो काफी वायरल हुआ था। मेजर का विवाह निकिता कौल से 19 अप्रैल 2018 को हुई थी। पति के जाने का दुख तो उन्हें था लेकिन उन्होंने साहस दिखाया और सैल्यूट कर मेजर को विदा किया। उन्होंने इस दौरान प्यार का इजहार भी किया था जिसने पूरे देश को भावुक कर दिया। उस वक्त दुख को छोड़ निकिता मेजर पति की शहादत पर गर्व महसूस कर रही थी और उन्होंने इसके बाद एक फैसला किया था जिस बारे में आज देश को पता चल रहा है।
ताजा जानकारी के मुताबिक निकित कौल ने सेना में जाने का फैसला किया था। इस दिशा में उन्हें कामयाबी भी मिली है। सेना में भर्ती होने के लिए उन्होंने तमाम परीक्षाएं और इंटरव्यू भी क्लियर कर लिया है। उन्हें उम्मीद है कि वह मेरिट में भी स्थान जरूर बनाएंगी। वह दिन दूर नहीं जब वह पति की जर्सी पहनकर देश की रक्षा करेंगी।
बता दें कि शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल देहरादून के नेशविला रोड (डंगवाल मार्ग) के रहने वाले थे। वह बीती 18 फरवरी को आंतकी मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकवादियों ने सीआरपीएफ की टुकड़ी पर फिदायीन हमला किया था। इसके तीन दिन बाद यहां पर आतंकियों व सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई। जिसमें मेजर विभूति शहीद हो गए थे।