देहरादून: खेल के मैदान पर एक बार फिर उत्तराखण्ड के हाथों कामयाबी लगी है। एक बार फिर राज्य की युवा प्रतिभा ने दिखाया है कि अगर मौका मिले तो कुछ भी हासिल कर सकते हैं। यह कामयाबी उत्तराखण्ड की झोली में डालने वाले कोई और नहीं बल्कि उत्तराखंड के मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन के बेटे काजी सिराजुद्दीन हैं। काजी सिराजुद्दीन ने जयपुर में आयोजित घुड़सवारी प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर उत्तराखंड का मान बढ़ाया। काजी सिराजुद्दीन की इस सफलता के बाद क्षेत्र में खुशी का माहौल है और सभी विधायक को बेटे की इस कामयाबी पर बधाई दे रहे हैं।
खबर के मुताबिक जयपुर में तीन अगस्त से भारतीय सेना की 61 कैवेलरी की ओर से सप्त शक्ति घुड़सवारी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन के बेटे काजी सिराजुद्दीन ने मेयो कॉलेज अजमेर की ओर से खेलते हुए जूनियर हैक इवेंट में कांस्य पदक जीत कर देवभूमि उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया। काजी सिराजुद्दीन मेयो कॉलेज में कक्षा नौ में पढ़ते हैं। सिराजुद्दीन की उपलब्धि पर क्षेत्र के लोगों में हर्ष है।
काजी की सफलता पर पूर्व पालिकाध्यक्ष इस्लाम चौधरी, संजीव, राजीव राठौर, मसरूर अहमद आदि ने जीत पर हर्ष व्यक्त किया है। विधायक काजी निजामुद्दीन का कहना है कि उनके पुत्र को घुड़सवारी में काफी रूचि है और वो उसी में करियर बनाने में ध्यान दे रहा है। खुशी है कि उसकी कामयाबी ने राज्य का नाम रोशन किया है। अभी उसने अपना करियर शुरू किया है और ये कामयाबी उसके मनोबल को ऊंचा करेगी।