हल्द्वानी: मार्च 24 को देश में लॉकडाउन लगाया गया था। दूसरे राज्य व शहर में नौकरी करने वाले हजारों लोग फंस गए थे। खतरे को बढ़ता देख सरकार ने यातायात सुविधाएं बंद कर दी थी। नौकरी जाने के बाद कई लोग दूसरे शहर से हल्द्वानी पहुंच गए थे लेकिन उन्हें यही पर रोक दिया गया था। मेडिकल चैकअप के बाद उन्हें जिला प्रशासन ने 14 दिन क्वारंटाइन शेल्टर में रखा था। यह पूरा करने के बाद नैनीताल जिला प्रशासन ने बागेश्वर के 44 लोगों को घर भेज दिया है लेकिन उन्हें 14 दिन घर पर ही क्वारंटाइन होने की हिदायत दी है।
बुधवार को हल्द्वानी से केमू की दो बस बागेश्वर के लिए रवाना की गई। पूरा इंतजाम जिला प्रशासन द्वारा किया गया था और घर पहुंचने की खुशी सभी के चेहरों पर दिख रही थी। बताया जा रहा है कि यह सभी लोग कांडा, काफलीगैर, गरुड़, कपकोट आदि तहसीलों के लोग सवार थे। सभी लोग बाहर से अपने गांव आ रहे थे। 29-30 मार्च को इन लोगों को हल्द्वानी के स्वास्थ्य जांच के बाद स्पोर्टस स्टेडियम हल्द्वानी के क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया था। 14 अप्रैल को क्वारंटाइन की अवधि पूरी हुई और मेडिकल जांच के बाद सभी स्वस्थ पाए गए। नैनीताल के सीएमओ ने उनकी मेडिकल रिपोर्ट जारी करते हुए उन्हें गांव के लिए रवाना किया।
बागेश्वर पहुंचने के बाद पुलिस ने उनको रोका और मेडिकल रिपोर्ट की जांच की। जिसके बाद सभी को जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉ. प्रदीप चौधरी और सहयोगियों ने उनका स्वास्थ्य जांचा। उन्होंने कहा फिलहाल सभी लोग स्वस्थ हैं। उन्हें होम क्वारंटाइन में रहने की सख्त हिदायत के बाद घर भेज दिया गया है। सभी लोगों को किसी प्रकार की बीमारी के लक्षण दिखने पर तत्काल अस्पताल आकर जांच कराने को कहा गया है। यह लोग अगर क्वारंटाइन का नियम तोड़ते हैं तो इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। बागेश्वर में फिलहाल कोई कोरोना वायरस का मामला सामने नहीं आया है। एक गलती पूरी मेहनत पर पानी फेर सकती है। जिला प्रशासन सभी पर नजर बनाए हुए हैं।
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