देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र पहुंचे लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले 19 मई को बदरीनाथ धाम पहुंच रहे हैं। पीएम मोदी के मंदिर पहुंचने से पहले प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बदरीनाथ पहुंचने से पहले केदारनाथ पहुंचेंगे। केदारनाथ दौरे को लेकर केदारपुरी को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। ध्यान गुफा सहित पुनर्निर्माण स्थलों पर भी जवान तैनात होंगे। 600 सुरक्षा जवान केदारनाथ पहुंच चुके हैं। एसपीजी की टीम तीन दिन से धाम में ही डेरा डाले हुए हैं।केदारनाथ में साफ-सफाई जोरों पर चल रही है। एमआई-26 हेलीपैड से लेकर वीआईपी हेलीपैड सहित मंदिर परिसर के चारों तरफ और मंदिर मार्ग को साफ किया जा रहा है। बृहस्पतिवार को एसपीजी की 30 सदस्यीय टीम ने ध्यान गुफा का जायजा लिया। यहां भी सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं। उन पुनर्निर्माण स्थलों, जिनका प्रधानमंत्री मोदी निरीक्षण कर सकते हैं, वहां सुरक्षा जवान तैनात किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बदरीनाथ धाम दौरे को लेकर एक दिलचस्प वाक्या सामने आ रहा है। यह साल 1999 की बात है जब पीएम बदरीनाथ धाम पहुंचे थे। उस वक्त वो भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) और उत्तरप्रदेश के प्रभारी थे। इस नाते नरेंद्र मोदी भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने बदरीनाथ पहुंचे थे। उन्होंने इस मौके पर भगवान बदरीविशाल के दर्शन करने के साथ ही पूजा अर्चना की थी। मंदिर परिसर में बदरीनाथ के पंडा ब्राह्मण ने यजमानों के बहीखाते को लेकर पीएम मोदी से उनके पिता का नाम पूछा तो उन्होंने बड़ा मजेदार जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ‘भारत माता है मेरी मां और हिमालय पिता’। तब पीएम मोदी ने बदरीनाथ में यज्ञ और हवन भी करवाया था।
उस वक्त उत्तराखण्ड उत्तर प्रदेश था। अनसूर्या प्रसाद भट्ट भाजपा के गढ़वाल विभाग के संयोजक थे। भट्ट ने बताया कि बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की श्रद्धा है। वर्ष 2013 की आपदा के बाद उनका ध्यान केदारनाथ को संवारने पर रहा है। आज केदारनाथ का भव्य स्वरूप पीएम मोदी की ही देन है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र में भाजपा की सरकार बनाने के संकल्प के साथ वर्ष 2015 में बदरीनाथ धाम में यज्ञ, हवन भी किया गया। प्रथम देव बदरीनाथ हैं, लेकिन शास्त्रों के अनुसार पहले दर्शन केदारनाथ भगवान के होते हैं, लिहाजा प्रधानमंत्री मोदी पहले केदारनाथ के दर्शनों को जाएंगे, उसके बाद बदरीनाथ धाम पहुंचेंगे।