बागेश्वर: राज्य में रोडवेज़ बसों का संचालन शुरू हो गया है। राज्य के कुल 82 रूटों के लिए बसें दौड़ने लगी है। कोरोना वायरस के चलते बसों का संचालन 22 मार्च से बंद था । अब 50 प्रतिशत यात्रियों और टिकट 70 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सेवा शुरू की गई है। बसों का संचालन भले ही शुरू हो गया हो लेकिन उसे यात्रियों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। बागेश्वर की बात करें तो शनिवार को रोडवेज की एक बस आई और एक बस यहां से हल्द्वानी गई। जो बस आई थी उसमें केवल दो सवारी सवार थे। एक सोमेश्वर तो दूसरा गरुड़ का था। बस गंतव्य स्थान के बजाए जिला मुख्यालय में ही रुक गई, जबकि जिले से जो गाड़ी गई वह चार सवारी लेकर गई।अठपैसिया से बस काठगोदाम के लिए रवाना हुई। इसमें चार यात्री सवार थे। वहीं अल्मोड़ा-बागेश्वर सेवा में एक भी सवारी नहीं मिलने से इसे स्थगित कर दिया गया।
बता दें कि तीन दिन पहले सरकार ने सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए 50 प्रतिशत सीट में रोडवेज की बसें चलाईं। सीट कम होने के कारण किराये में 70 प्रतिश्त की वृद्धि की गई। पहले दिन कोई बस नहीं चली। बसों के किराए बढ़ने के वजह से लोग बस से यात्रा करने से बच रहे हैं। इसके अलावा कोरोना वायरस को देखते हुए भी कई लोग यात्रा करने से बच रहे हैं। वहीं बसों का संचालन केवल राज्य के अंदर हो रहा है इसलिए भी लोग अपने वाहन से यात्रा करना ज्यादा पंसद कर रहे हैं।
पहले दो दिनों में इन बसों से निगम को 50 हजार के सापेक्ष मात्र 13095 रुपये ही आय प्राप्त हुई। ऐसी हालत में इन बसों के लिए डीजल का खर्चा निकालना तक मुश्किल हो रहा है। इधर, बस स्टेशन के वरिष्ठ स्टेशन प्रभारी केसी जोशी ने बताया कि बसों को निर्धारित मार्ग पर भेजने से पहले बसों को हर रोज सैनिटाइज किया जा रहा है। साथ ही बस में यात्रियों से शारीरिक दूरी के मानकों का पालन करवाया जा रहा है।