हल्द्वानी:उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे स्व. नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर की अचानक हुई मौत हर की को सकते में डाल दिया है। उनकी मौत के बाद कई सवाल भी उठाए जा रहे हैं। रोहित शेखर की 16 अप्रैल को अचानक मौत हो गई थी। अब सामने आ रहा है कि मौत से पहले उन्होंने कई पत्रकारों को भी फोन किया था लेकिन वो पिक नहीं कर पाए। इसके अलावा उन्होंने अपनी भाभी कुमकुम को भी 16 अप्रैल को सुबह सवा चार बजे फोन किया था। लेकिन वह भी किसी कारण से फोन नहीं उठा पाईं।
इससे साफ है कि रोहित मौत से पहले कुछ बताना चाहा रहे थे। बता दें कि रोहित मां उज्ज्वला के भतीजे राजीव उर्फ पप्पू भईया और उनकी पत्नी कुमकुम के साथ दिल्ली में रहते थे। रोहित की मौत को 3 दिन हो गए लेकिन अभी तक इस मौत के पीछे का कारण सामने नहीं आया है। इन सभी बातों से आशंका जताई जा रही है कि रोहित की मौत के पीछे कोई रहस्य हो सकता है।
बता दें कि पिछले साल ही रोहित के पिता एनडी तिवारी का 18 अक्टूबर के दिन निधन हुआ था, उसी दिन उनका जन्मदिन भी था। रोहित ने मई 2018 में मध्यप्रदेश की अपूर्वा शुक्ला से शादी की थी। दोनों शादी के बाद हॉस्पिटल गए थे और एनडी तिवारी जी का आर्शिवाद लिया था। रोहित अपने पिता की विरासत को आगें ले जाना चाहते थे।
साल 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान रोहित शेखर ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी। 11 अप्रैल को रोहित लोकसभा चुनाव में वोट करने के लिए हल्द्वानी भी पहुंचे थे। रोहित तिवारी परिवार के साथ सोमवार को उत्तराखंड से दिल्ली लौटा था। वो अपने कमरे में ही थे और उनके नाक से खून आ रहा था। नौकर ने इस बारे में परिवार वालों को बताया और जब उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।