देहरादून: धोखाधड़ी, फरेब जैसे शब्द तो हर किसी ने सुने होंगे लेकिन असल जिंदगी में किसी के साथ धोखाधड़ी करना बहुत बड़ा जुर्म है।आए दिन धोखाधड़ी के किस्से सुनने को मिल जाते है।हाल ही में थाना रायवाला पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाली फर्जी कंपनी के प्रबंध निदेशक और निदेशक को गिरफ्तार कर लिया।अवैध रूप से खुली इस फर्जी कंपनी में निदेशक ने आरडी, एफडी के नाम पर लोगों के साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की थी।
बीते 5 सितंबर को नरेशचंद्र कुकरेती पुत्र ललित मोहन कुकरेती, निवासी प्रतीतनगर रायवाला ने देहरादून थाने में बताया कि कैलाशी विजन प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के प्रबंधकों ने अवैध होने के बावजूद जनपद देहरादून व अन्य जनपद व राज्यों में फर्जी तरीके से लोगों को गुमराह किया और कंपनी की ब्रांच खोलकर फर्जी खाते खोले। इसके अलावा लोगों से आरडी, एफडी व डेली डिपाजिट स्कीम व लोन देने के नाम पर धोखाधड़ी भी की।
आपको बता दें कि इन लोगों ने रायवाला ब्रांच में कंपनी के करीब 110 खातेदारों के 40 लाख रुपये की धनराशि नहीं लौटायी है। पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू दी है। उन्होंने धोखाधड़ी के मामले में कमल भारती पुत्र हीरालाल भारती निवासी ग्राम इस्सेपुर, थाना नजीबाबाद जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश और नसीबुद्दीन पुत्र हसमतअली, निवासी जमनपुर थाना सेलाकुई देहरादून को गिरफ्तार कर लिया है और विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया है।
सूचना से पता चला कि जनवरी 2018 में फर्जी तरीके से कैलाशी विजन प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने करीब 23 ब्रांच खोली हैं। जिसमे से 13 ब्राचें देहरादून, 1 ब्रांच कोटद्वार, 5 ब्रांच नजीबाबाद, 3 ब्रांच मध्य प्रदेश में खोली गयी थी। उन्होंनेे नौ हजार ग्राहकों के खाते खोलकर आरडी, एफडी व डेली डिपाजिट स्कीम व लोन के नाम पर करीब 28 करोड़ की धोखाधड़ी की है।इस पूरे मामले की जांच में रायवाला प्रभारी हेमंत खंडूरी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक दिनेश कुमार उपनिरीक्षक विनोद कुमार, कांस्टेबल सचिन सैनी, दिनेश, पंकज कुमार ये सभी शामिल रहे।